भोपाल/नई दिल्ली. भोपाल सेंट्रल जेल से फरार सिमी के आठ आतंकियों के एनकाउंटर पर सवाल उठने लगे हैं। कांग्रेस, आप और असदुद्दीन ओवैसी की ओर से जांच की मांग की गई है। इस बीच, मंगलवार को मध्य प्रदेश सरकार ने कहा कि आतंकी जेल से कैसे भागे, इसकी जांच एनआईए करेगी। पर एनकाउंटर के जांच की कोई जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा- ”लोगों को शहीद रमाशंकर सिंह का बलिदान नहीं दिखता। दो शब्द शहीद के लिए भी बोल देते। लानत है ऐसी राजनीति और नेताओं पर।” मंगलवार को भी कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एनकाउंटर पर सवाल उठाया कहा, “हमेशा ऐसा ही क्यों होता है कि जो लोग भी जेल से भाग जाते हैं, वे मुस्लिम होते हैं, हिंदू क्यों नहीं।” ओवैसी ने कहा- सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में हो जांच…
– बता दें कि ओवैसी ने एनकाउंटर को लेकर कहा था, ”आखिर कैदी जेल से भागे कैसे? उनकी जो फोटोज आई हैं, उनमें वे जूते और जींस पहने हुए दिख रहे हैं। क्या जेल में अंडर ट्रायल कैदी को ऐसे रखा जाता है? इसकी जांच होनी चाहिए।”
– हैदराबाद से सांसद ओवैसी ने कहा, ”एसटीएफ और पुलिस चाहती तो जेल से भागने वालों को पकड़ सकती थी। उन पर मुकदमा हो सकता था।” (जेल से भागे8आतंकियों का हुआ एनकाउंटरः यहां पढ़ें पूरी खबर)
– ”सिमी के आतंकियों का जेल से 10 किमी दूर एनकाउंटर कर दिया गया।”
– “वे ज्यूडिशियल कस्टडी में थे। यानी वे अंडर ट्रायल थे। ये देखने वाली बात है कि वे घड़ी, जूते और बेल्ट पहने हुए थे।”
– ”अगर उन्हें मारा गया है तो इसका आधार क्या है? कई सवाल खड़े होते हैं। एनकाउंटर के पीछे कोई मजबूत आधार नजर नहीं आता।”
– ”मध्य प्रदेश का मालवा आतंकियों का गढ़ माना जाता है।”
– ”एसटीएफ के पास काफी पावर है। वे अरेस्ट कर सकते थे और उसके बाद पूछताछ की जा सकती थी। हम चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में पूरे मामले की जांच की जाए।”
– बता दें कि सिमी को 2011 में केंद्र सरकार ने बैन किया था।
– “वे ज्यूडिशियल कस्टडी में थे। यानी वे अंडर ट्रायल थे। ये देखने वाली बात है कि वे घड़ी, जूते और बेल्ट पहने हुए थे।”
– ”अगर उन्हें मारा गया है तो इसका आधार क्या है? कई सवाल खड़े होते हैं। एनकाउंटर के पीछे कोई मजबूत आधार नजर नहीं आता।”
– ”मध्य प्रदेश का मालवा आतंकियों का गढ़ माना जाता है।”
– ”एसटीएफ के पास काफी पावर है। वे अरेस्ट कर सकते थे और उसके बाद पूछताछ की जा सकती थी। हम चाहते हैं कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में पूरे मामले की जांच की जाए।”
– बता दें कि सिमी को 2011 में केंद्र सरकार ने बैन किया था।
आप नेता ने कहा-‘व्यापमं‘फॉर्मूला था
– आप नेता अलका लांबा ने कहा था- ”आतंकी मारे गए, अच्छा हुआ। 8 आतंकियों का एक साथ भागना। फिर कुछ घंटों बाद एक ही साथ एनकाउंटर में मारा जाना। सरकार के पास ‘व्यापमं’ फॉर्मूला भी था।”
– @LambaAlka ने ट्वीट किया, ”भागे/भगाया, एनकाउंटर हुआ, सभी मारे गए, अच्छा हुआ, रख-खिलाकर मोटा करने से बेहतर होगा 6 महीनों में सुनवाई खत्म कर इन्हें फांसी पर लटका दिया जाए।”
– ”आतंकी जेल से भागे। एक कॉन्स्टेबल शहीद हुआ। पकड़े गए, मारे गए। इन सबमें नाकामी किसकी? कॉन्स्टेबल की मौत का जिम्मेदार कौन? सजा तो उन्हें भी बनती है।”
– एक और आप नेता @Aap_Praveen ने ट्वीट किया, ”एनकाउंटर करने पर mppolice एवं @ChouhanShivraj को बधाई, पर कब तक यूं ही भागते रहेंगे आतंकवादी, अंदर ही बड़ी साजिश लगती है।”
– एक और आप नेता @Aap_Praveen ने ट्वीट किया, ”एनकाउंटर करने पर mppolice एवं @ChouhanShivraj को बधाई, पर कब तक यूं ही भागते रहेंगे आतंकवादी, अंदर ही बड़ी साजिश लगती है।”
कांग्रेस ने क्या कहा था?
– कांग्रेस के सीनियर लीडर कमलनाथ ने मामले की ज्यूडिशियल जांच की मांग की है।
– उन्होंने कहा कि आतंकी जेल से कैसे फरार हुए, इसका पता लगाया जाना चाहिए।
– इससे पहले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, “हो सकता है कि किसी योजना के तहत सिमी आतंकियों को भगाया गया हो।”
– कांग्रेस के सीनियर लीडर कमलनाथ ने मामले की ज्यूडिशियल जांच की मांग की है।
– उन्होंने कहा कि आतंकी जेल से कैसे फरार हुए, इसका पता लगाया जाना चाहिए।
– इससे पहले कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, “हो सकता है कि किसी योजना के तहत सिमी आतंकियों को भगाया गया हो।”
जेल से भागे सिमी के 8 आतंकियों को एक पहाड़ पर घेर कर पुलिस ने उनका एनकाउंटर कर दिया। ये आतंकी भोपाल सेंट्रल जेल से रविवार तड़के 2-3 बजे भागे थे। मध्य प्रदेश पुलिस ने भोपाल से 10 किमी दूर खेजड़ी गांव में आतंकियों का एनकाउंटर किया। इनमें तीन आतंकी ऐसे थे जो तीन साल पहले खंडवा जेल से भागे थे।