भोपाल। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने कांग्रेस के जिस घोषणा पत्र को अपनी हार का कारण माना था, अब पार्टी उसी को लोकसभा चुनाव में अपनी ताकत बनाने की तैयारी कर रही है। इसके लिए पार्टी ने रणनीति के तहत काम शुरू कर दिया है। दूसरी ओर सत्तारूढ़ दल कांग्रेस ने भी भाजपा की घेराबंदी शुरू की है।
विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस ने किसान, कर्मचारी, व्यापारी, युवा सहित सरकार से नाराज चल रहे हर वर्ग को साधने का प्रयास किया। भरोसा दिलाया कि पार्टी वादा नहीं कर रही है बल्कि वचन दे रही है जो कह रहे हैं उसे पूरा किया जाएगा।
कांग्रेस का दावा है कि सत्ता संभालने के बाद 52 दिन में ही 26 वादे पूरे कर दिए गए हैं। इनमें किसानों का कर्ज माफी का वादा तो तत्काल कर पूरा कर दिया गया। कांग्रेस इन्हीं को अपनी ताकत मान रही है। भाजपा सत्तारूढ़ दल कांगे्रस की इसी ताकत को आइना दिखाने की तैयारी में है।
इस पर घेराबंदी –
– कांग्रेस ने वादा किया था सत्ता संभालने के दस दिन में किसानों का कर्ज माफ कर दिया जाएगा, लेकिन अभी तक कर्ज माफी की सिर्फ बातें ही की जा रही हैं।
– प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगडऩे से लोग अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
– भाजपा सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं पर समीक्षा के नाम रोक लगा दी है। इनमें भावांतर, लाड़ली लक्ष्मी, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, संबल योजना प्रमुख है।
– किसान हितेषी होने का दावा करने वाली कांग्रेस सरकार ने ओला पाला प्रभावित किसानों को अभी तक मुआवजा राशि नहीं दी।
– सामान्य वर्ग के निर्धन लोगों को 10 फीसदी आरक्षण का लाभ मध्यप्रदेश में नहीं दिया जा रहा है जबकि अन्य राज्यों में यह लाभ मिल रहा है।
– पेट्रोल-डीजल में वेट कम करने का वादा किया था लेकिन अभी तक आमजन को कोई राहत नहीं दी गई।
कांग्रेस सरकार किसानों के साथ वादा खिलाफी कर रही है। दस दिन में किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था लेकिन अभी सिर्फ कागजी काम ही हो रहा है। वहीं भाजपा सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं जांच के नाम बंद कर दी हैं। राज्य की कानून व्यवस्था खराब है। लोकसभा चुनाव में मतदाता कांगे्रस को सबक सिखा देगी।
– गोपाल भार्गव, नेता प्रतिपक्ष मप्र विधानसभा
चुनाव के पहले कांगे्रस ने किसानों से कर्ज माफ करने का वादा किया था, उसे पहले ही दिन पूरा कर दिया गया। एेसे 26 से अधिक वचन पूरे कर दिए गए। अन्य वचन भी पूरे किए जा रहे हैं। भाजपा से सत्ता को मोह नहीं छूट रहा है, इसलिए वह आमजन को गुमराह करने का प्रयास कर रही है।
– पीसी शर्मा, प्रवक्ता राज्य सरकार एवं जनसंपर्क मंत्री