भाजपा में नेता प्रतिपक्ष के लिए चल रही खींचतान के बीच यह साफ हो गया कि विधायक दल का नेता ब्राह्मण वर्ग से होगा। इसमें पूर्व संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा का नाम सबसे आगे चल रहा है। पिछले दो-तीन दिनों के भीतर वरिष्ठ विधायक व पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने भी दिल्ली में अपनी ओर से पूरा जाेर लगा दिया, जिसके कारण पार्टी पसोपेश में है। इसी बीच पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने नेता प्रतिपक्ष बनने से तो इनकार कर दिया, लेकिन उनकी ओर से पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला का नाम आगे बढ़ाया गया है।
माना जा रहा है कि दिल्ली में रविवार को एक दौर की चर्चा और होगी। साथ ही प्रदेश संगठन भी इस पर एक बार विचार करेगा। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष के नाम को अंतिम रूप दिया जाएगा। सोमवार को भाजपा विधायक दल की बैठक भोपाल में रखी गई है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह के अनुसार यह बैठक शाम 5 बजे से पार्टी दफ्तर में होगी। इसमें भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश प्रभारी डॉ. विनय सहस्रबुद्धे मौजूद रहेंगे। राजनाथ सिंह इसी बैठक में नेता प्रतिपक्ष और विधानसभा उपाध्यक्ष पद के लिए संभावित चेहरे का ऐलान करेंगे।
किसका दावा क्यों मजबूत?
नरोत्तम मिश्रा : सांसद नंदकुमार चौहान को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद जब नए प्रदेश अध्यक्ष की चर्चा चली, तब भी नरोत्तम मिश्रा का नाम था। उस समय खींचतान बढ़ी तो अमित शाह ने सांसद राकेश सिंह को इसकी जिम्मेदारी दे दी। शाह ने हाल ही में उन्हें लोकसभा चुनाव के लिहाज से यूपी का सह प्रभारी बनाया। उनके पास ससांदीय कार्य मत्री का अच्छा अनुभव है|
राजेंद्र शुक्ला : विंध्य क्षेत्र से इस बार भाजपा को विधानसभा चुनाव में अपेक्षा से अच्छे नतीजे मिले हैं। इसके अलावा वे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नजदीकी भी हैं। स्वभाव भी सबको साथ लेकर चलने वाला है।
गोपाल भार्गव : भाजपा के सबसे वरिष्ठ विधायक हैं। विपक्ष में काम करने का अच्छा अनुभव है। दिग्विजय सिंह सरकार में भार्गव बतौर विपक्षी खासे सक्रिय भी माने जाते रहे।
भाजपा विधायक दल का नेता ब्राह्मण होगा, नरोत्तम मिश्र दौड़ में आगे
भाजपा में नेता प्रतिपक्ष के लिए चल रही खींचतान के बीच यह साफ हो गया कि विधायक दल का नेता ब्राह्मण वर्ग से होगा।…