अगले सप्ताह तक निर्वाचन आयोग की तरफ से उपचुनाव के लिए कोविड गाइडलाइंस जारी की जा सकती हैं. आगामी 25 अगस्त से उपचुनाव में तैनात किए जाने वाले रिटर्निंग अधिकारियों व एआरओ की ट्रेनिंग शुरू की जा रही है.
सूत्रों की मानें तो अगले सप्ताह तक निर्वाचन आयोग की तरफ से उपचुनाव के लिए कोविड गाइडलाइंस जारी की जा सकती हैं. आगामी 25 अगस्त से उपचुनाव में तैनात किए जाने वाले रिटर्निंग अधिकारियों व एआरओ की ट्रेनिंग शुरू की जा रही है. निर्वाचन आयोग ने उपचुनाव वाले सभी 18 जिलों के कलेक्टरों से उनकी तैयारियों के बारे में भी जानकारी हासिल की थी.अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े में है उपचुनाव की संभावना
सूत्रों का कहना है कि उपनुचाव वाले सभी जिलों के कलेक्टरों ने निर्वाचन आयोग को चुनाव कराने के लिए अपनी सहमति दे दी है. निर्वाचन आयोग की तैयारियों को देखते हुए संभावना जताई जा रही है कि अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े में चुनाव हो सकते हैं. भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कुछ दिन पहले एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा था कि मध्य प्रदेश में उपचुनाव तय समय ही होंगे. उन्होंने सितंबर के आखिरी सप्ताह में मध्य प्रदेश उपचुनाव के आयोजन की ओर इशारा किया था.
ग्वालियर-चंबल संभाग में 22 से भाजपा का शंखनाद
इधर चुनाव आयोग की सक्रियता को देखते हुए भाजपा और कांग्रेस सहित तीसरे मोर्च ने मध्य प्रदेश की जनता के बीच सक्रियता बढ़ा दी है. जल्द चुनाव की संभावना को देखते हुए भाजपा ग्वालियर-चंबल संभाग में सक्रिय हो गई है. पार्टी 22 से 24 अगस्त तक इस क्षेत्र में बड़े कार्यक्रम करने जा रही है. इसमें मुख्यमंत्री शिवराज और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल हो रहे हैं. कांग्रेस की रणनीति अभी बंद कमरों में ही बन रही है. भाजपा के कार्यक्रम के बाद कांग्रेस नेता भी ग्वालियर-चंबल संभाग में सक्रिय होंगे.