शिवपुरी में एक दिल दहला देने वाली घटना में, एक पिता ने अपनी पांच साल की बेटी को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने का प्रयास किया, जिसके बाद उसे अपर सत्र न्यायाधीश ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। इसके साथ ही, उसे 1000 रुपए का अर्थदंड भी लगाया गया है। मामले में पीड़ित पक्ष की ओर से पैरवी करने वाले अपर लोक अभियोजक मनोज सिंह रघुवंशी थे।
यह घटना 5 जुलाई 2022 को हुई, जब कोलारस की निवासी सीता जाटव अपने पति मनोज जाटव से विवाद के बाद अपने मायके बड़ौदी आ गई थीं, जहाँ वह अपनी बेटी नैना और बेटे राज के साथ थीं। बाद में, मनोज भी बड़ौदी पहुँच गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मनोज शराब के नशे में था और उसने एक सीसी में पेट्रोल भरकर अपनी बेटी नैना पर डाल दिया और आग लगा दी। इस घटना में सीता ने जैसे-तैसे अपनी बेटी को बचाने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान वह और उसका बेटा भी मामूली रूप से झुलस गए।
नैना को गंभीर अवस्था में पहले जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, और फिर ग्वालियर रेफर किया गया, जहाँ इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। शुरुआत में कोतवाली पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया, लेकिन बाद में मौत के बाद हत्या का मामला दर्ज किया गया।
कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद, आरोपी मनोज को दोषी मानते हुए उसे आजीवन कारावास और एक हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। यह मामला समाज में हिंसा और बच्चों के प्रति अपराधों के प्रति एक चेतावनी है।