दोनों दलों में टिकटों को लेकर मंथन…
भोपाल। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद भाजपा में टिकटों को लेकर मंथन शुरू हो गया है। पार्टी के केन्द्रीय संगठन द्वारा कराए गए सर्वे में प्रदेश के आधे सांसदों की परफॉर्मेंस कमजोर आंकी गई है।
इनमें से अधिकांश ऐसे हैं, जो 2014 में मोदी लहर में जीत कर संसद पहुंचे थे। इस बार केंद्रीय संगठन जीत की संभावना की कसौटी पर हर उम्मीदवारों को परख रहा है।
पार्टी के फॉर्मूले के मुताबिक 40 फीसदी सांसदों के टिकट काटे जा सकते हैं। मध्यप्रदेश की 29 में से 26 सीटों पर भाजपा का कब्जा है। यहां 13 सीटों पर पार्टी नए विकल्पों की तलाश कर रही है।
इनमें से देवास के सांसद मनोहर ऊंटवाल और खजुराहो सांसद नागेन्द्र सिंह विधायक चुने जा चुके हैं। विदिशा सांसद सुषमा स्वराज ने चुनाव लडऩे से मना कर दिया है।
भाजपा अपने उम्मीदवारों के नाम एक साथ घोषित नहीं करेगी। दो-तीन दिन में पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति की पहली बैठक होने जा रही है। इसमें 11 अप्रैल को होने वाले पहले चरण की 91 सीटों के उम्मीदवारों पर मंथन होगा।
प्रदेश के उम्मीदवारों के नाम होली के बाद घोषित हो सकते हैं। यहां की 6 सीटों सीधी, शहडोल, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और छिंदवाड़ा के उम्मीदवारों के नाम पार्टी पहले चरण में घोषित करेगी।
कांग्रेस का युवा और महिलाओं पर फोकस
टिकट वितरण में कांग्रेस इस बार युवा और महिला उम्मीदवारों को प्राथमिकता दे रही है। पार्टी के पास सिर्फ तीन सांसद हैं, जिनकी संख्या वह बढ़ाना चाहती है। विधानसभा चुनाव हारे कद्दावर नेता भी इस बार मैदान में उतरेंगे।
पार्टी जीत के लिए परिवारवाद का दायरा भी तोडऩे जा रही है। ग्वालियर से ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया और छिंदवाड़ा से सीएम कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ को टिकट देना तय माना जा रहा है।
वहीं गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया, रतलाम से कांतिलाल भूरिया, सतना से अजय सिंह, खंडवा से अरुण यादव, मुरैना से रामनिवास रावत और मंदसौर से मीनाक्षी नटराजन का टिकट पक्का माना जा रहा है।
इधर गौर ने मांगा भोपाल के लिए ऐसा प्रत्याशी…
लोकसभा चुनावों को लेकर चल रही तमाम तरह की बयानबाजीयों के बीच मंगलवार को सुबह भाजपा के पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता, पूर्व सीएम बाबू लाल गौर के निवास पर पहुंचे। यहां दोनों के बीच करीब 10 मिनट तक चर्चा चली।
पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता से हुई चर्चा के बाद गौर ने कहा कि भोपाल से लोकसभा का टिकट किसी लोकल व्यक्ति को ही मिलें। वहीं इस बात पर उमाशंकर ने भी सहमति जताई।
उन्होंने कहा कि यदि पार्टी मौका देगी तो मैं भी भोपाल से चुनाव लडूंगा, इसके अलावा राहुल के आतंकियों को जी कहने पर पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि मन की बात जुबां पर आई।