भोपाल -यदि आप दिवाली पर कही जाने की सोच रहे हो या भोपाल आना चाहते हैं तो अब किसी भी ट्रेन में जगह नहीं मिलेगी। सभी बड़े शहर से भोपाल आने के लिए ट्रेनों में स्लीपर क्लास की वेटिंग 100 से 300 के बीच पहुंच गई है। यही हाल बसों का भी है। पुणे से इंदौर, भोपाल-इंदौर-भोपाल, भोपाल-रीवा के लिए बसों में बुकिंग हो चुकी है। एसी-3 श्रेणी में भी आरक्षण नहीं मिल रहा है। कुछ ट्रेनों में एसी-3 और स्लीपर में टिकट मिलना भी बंद हो गया है।
दिल्ली से भोपाल आने के लिए डेली व वीकली मिलाकर करीब 25 ट्रेनें हैं। आमतौर भोपाल एक्सप्रेस समेत कुछ ट्रेनों में बर्थ खाली मिल जाती हैं, लेकिन दिवाली के चलते 27 से 29 अक्टूबर तक लंबी वेटिंग है। सबसे बुरे हाल पुणे से भोपाल आने के लिए हैं। पांच ट्रेनों में से सभी में स्लीपर की वेटिंग 100 से 300 तक है। दिवाली के बाद भोपाल से लौटने के लिए भी ट्रेनों में यही स्थिति है।
रीवा-सतना के लिए सुविधा ट्रेन में भी 110 के ऊपर वेटिंग
दिवाली पर रीवा, सतना जाने के लिए रेवांचल एक्सप्रेस में वेटिंग 200 से 300 के बीच है। इसी तरह से एसी 3 में वेटिंग 12 से 15 के बीच है। लंबी वेटिंग को देखते हुए रेलवे ने इस बार तीन महीने पहले ही रीवा के लिए स्पेशल चलाने का शेड्यूल जारी कर दिया था। स्पेशल ट्रेन में स्लीपर की वेटिंग 110 से ऊपर है। इस गाड़ी में एसी 3 में 23 से 40 तक वेटिंग पहुंच गई है।
एक्स्ट्रा कोच न स्पेशल ट्रेन
भोपाल होकर जाने वाली ज्यादातर ट्रेनें 24 कोच से चल रही हैं, इसलिए लंबी वेटिंग के बाद भी इन ट्रेनों में रेलवे ने अतिरिक्त कोच लगाने की घोषणा नहीं की है। सिर्फ भोपाल-प्रतापगढ़-भोपाल एक्सप्रेस में स्लीपर का एक अतिरिक्त कोच 13 नवंबर तक लगाया जाएगा। इसी तरह से हबीबगंज-रीवा स्पेशल के अलावा भोपाल रेल मंडल ने एक भी सुविधा स्पेशल ट्रेन नहीं चलाई है।