1 जनवरी को ही पकड़े गए थे 47 हजार संदिग्ध आधार, एनआइसी ने मिसमैच के चलते हटा दिए थे
पहला ऑनलाइन, जिसमें आधार से सत्यापन अभी चल रहा है। दूसरा ऑफ लाइन होगा, जिसमें समग्र आइडी से राशन वितरण किया जाएगा। इसके लिए एनआइसी ने ऑफ लाइन मोड में समग्र आइडी मैच करने की व्यवस्था 16 फरवरी से सर्वर में ओपन की है। समग्र आइडी मैच होते ही उपभोक्ता को राशन मिल जाएगा। अभी तक आधार से ऑनलाइन सत्यापन में कभी अंगूठा मैच न होने तो कभी सर्वर डाउन होने से उपभोक्ता को निराश लौटना पड़ता है। इस व्यवस्था में उपभोक्ता को खाली हाथ वापस नहीं लौटना पड़ेगा। राजधानी की 430 राशन दुकानों से 3 लाख 18 हजार 600 बीपीएल परिवार राशन लेते हैं। दुकानों से इसका वितरण पीओएस मशीनों से किया जाता है।
पिछले दो साल से कभी सर्वर डाउन की समस्या तो कभी फर्जी आधार से राशन चोरी के चलते राशन वितरण की ऑनलाइन व्यवस्था कहीं न कहीं गरीब उपभोक्ता के हक पर डाका डाल रही थी। सरकार ने छह माह पूर्व राशन वितरण के दौरान माह के आखिर में तीन दिन समग्र आइडी से राशन वितरण व्यवस्था शुरू की। इन तीन दिनों में राशन उपभोक्ताओं की कतार ज्यादा लगने लगी तो जनवरी 16 से समग्र से राशन वितरण के दिन और बढ़ा दिए हैं। हर माह की 16 तारीख से लेकर 21 तक समग्र आइडी के आधार पर उपभोक्ता दुकानों से राशन ले सकेंगे।
इन समस्याओं के चलते अटकता था राशन
आधार नंबर पीओएस मशीन में गलत फीड हो जाना। उम्र में अंतर, कभी अंगूठा मैच न करना। तो कभी सर्वर हैंग के चलते जरूरतमंदों का राशन अटक जाता था। इस बचे हुए राशन को कुछ दुकानदार फर्जी आधार फीड कर ठिकाने लगाते थे। 1 जनवरी को ही एनआइसी से 47 हजार संदिग्ध आधार की सूची खाद्य विभाग को दी थी। कई आधर पर महीनों राशन भी निकाला गया था। ये मामला खाद्य विभाग ने दबा रखा है।
शासन के निर्देश के बाद अब हर माह की 16 तारीख से 21 तक समग्र से राशन दिया जा रहा है। सर्वर में ही व्यवस्था की है।
ज्योति शाह नरवरिया, जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी