हार पर आमने-सामने आए शिवराज-भार्गव
भोपाल. भाजपा में गुटबाजी और अंतद्र्वंद्व अब बयानों से ऊपर बैठकोंं में भी सामने आने लगा है। प्रदेश भाजपा कार्यालय में बुधवार को लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर हुई बैठक में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि इस समय कार्यकर्ता हताश हैं। उन्हें हार के अवसाद से बाहर निकालना बहुत जरूरी है। इसके ठीक बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भार्गव की बात को नकारते हुए मंच से कहा कि भाजपा कार्यकर्ता कतई हताश नहीं है। वो विधानसभा चुनाव की हार का बदला लेने के लिए तैयार खड़ा है। दो बड़े नेताओं के परस्पर विरोधी बयानों से सन्नाटा खिंच गया।
बैठक में शिवराज ने कहा कि खुजनेर जैसे मुुद्दों पर संघर्ष करना जरूरी है। यह मामला राजगढ़ की सीट जितवा देगा। चुनाव में हार पर उन्होंने कहा कि जो हुआ अच्छा हुआ। अब निराश होने की कोई बात नहीं है। लोगों में यह भाव है कि वो तो अपने यहां के प्रत्याशी को निपटाना चाहते थे, लेकिन भाजपा की सरकार निपट गई। इससे बड़ी गड़बड़ हो गई। अब इसी भाव को लोकसभा चुनाव में भुनाना है। शिवराज ने कहा कि दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री पद से हटे थे तो जनता वर्षों जश्न मनाती रही थी, लेकिन अब तो दो महीने में ही लोगों को भाजपा की सरकार याद आने लगी है। भार्गव ने कहा कि 15 साल में भाजपा की सरकार थी तो हमारे कार्यकर्ता का भी सरकारीकरण हो गया था। अब उसे नींद से बाहर निकालना जरूरी है।
– बैठक में मत करना समीक्षा
बैठक में राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल ने कहा कि जीत का श्रेय सभी स्वयं लेते हैं, लेकिन हार का ढीकरा दूसरो पर फोड़ते हैं। यह ठीक नहीं है। रामलाल ने अध्यक्षों से कहा कि हार की समीक्षा बैठक में मत करना। इससे बात फैलती है। जिसे जो कहना है उससे वह लिखित में ले लेना। रामलाल बैठक में पदाधिकारियों के विलंब से आने पर नाराज भी हुए।
बैठक मेंं रामलाल ने कहा कि अब हमारी सरकार नहीं है। पहले खर्च की व्यवस्था हो जाती थी, लेकिन अब मोर्चों और जिला संगठनों को खुद ही अपने खर्च पर सम्मेलनों और विरोध-प्रदर्शन की व्यवस्था करनी है। रामलाल ने बैठक में पूछा कि कितने किसानों को इस बार पद्म पुरस्कार मिले हैं। जब कोई नहीं बता पाया तो उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि 17 लोगों को मिला है। आपको यह जानकारी होना चाहिए और आम जनता तक यह पहुंचाना भी चाहिए।
– प्रदेश अध्यक्ष को फ्री-हैंड
रामलाल ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश ङ्क्षसह को एक माह तक जिला अध्यक्ष और मोर्चा अध्यक्ष बदलने के लिए फ्री-हैंड दिया है। रामलाल ने कहा कि जो काम नहीं कर रहे हैं, उन्हें बदला जाए। जिनके खिलाफ गंभीर शिकायतें हैं, उन पर कार्रवाई भी हो, लेकिन जो कार्यकर्ता नाराज हैं, उनसे आत्मीयतापूर्वक मिलो और लोकसभा चुनाव से पहले जोड़ो।
– कांग्रेस के साथ जोड़ो झूठ
रामलाल ने कहा कि कांगे्रस के साथ झूठ शब्द भी चिपका दो। जहां भी कांग्रेस का नाम आए वहां यह भी पता चले कि वह पार्टी तो झूठी है। कांग्रेस ने जो भी दावे किए हैं, वे सब झूठे साबित हो रहे हैं। रामलाल ने बैठक में पदाधिकारियों से कांग्रेस झूठी है के नारे भी लगवाए।