कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड में पथरिया से बीएसपी विधायक रामबाई के पति गोविंद सिंह को नामजद किया गया था। उसके बाद दमोह पुलिस ने गोविंद पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। बाद में इनाम को निरस्त किया गया और चौरसिया हत्याकांड के आरोपपत्र से उनका नाम ही हटा दिया गया।
भोपाल
मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार को समर्थन दे रही बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की विधायक रामबाई सरकार के लिए सिरदर्द बनती जा रही हैं। एक ओर उनके बयान मुसीबत पैदा कर देते हैं, दूसरी ओर उनकी कार्यशैली सरकार को कटघरे में खड़ा कर रही है। राज्य में कांग्रेस की सरकार आए 7 माह बीत गए हैं। इस दौरान दमोह जिले से बीएसपी विधायक रामबाई अपने बयानों और कार्यशैली के कारण सबसे ज्यादा सुर्खियों में रही हैं।
उन्होंने दिसंबर और जनवरी में आक्रामक रुख अपनाया और कई कर्मचारियों की पिटाई तक कर दी। इसके बाद जब उनका मंत्री बनने का मोह जागा तब उन्होंने कई अटपटे बयान दे डाले। पिछले दिनों रामबाई ने अपने परिवार को हत्याकांड में फंसाए जाने का मामला उठाते हुए कहा कि जब उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है तो किसे न्याय मिल रहा होगा? इतना ही नहीं, वे अपने पति गोविंद को लेकर विधानसभा परिसर में पहुंच गईं। इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सरकार पर जमकर हमला बोला। रामबाई का कहना है कि उनके पति पर आरोप साबित हो जाए तो वह राजनीति छोड़ देंगी।
रामबाई के पति का नाम कांग्रेस नेता की हत्या की चार्जशीट से हटाया गया
रामबाई इन दिनों मीडिया पर भी अपनी भड़ास निकाल रही हैं। बता दें कि कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया हत्याकांड में पथरिया से बीएसपी विधायक रामबाई के पति गोविंद सिंह को नामजद किया गया था। उसके बाद दमोह पुलिस ने गोविंद पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। बाद में इनाम को निरस्त किया गया और चौरसिया हत्याकांड के आरोपपत्र से उनका नाम ही हटा दिया गया। पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह कहना है कि इस मामले की जांच की जा रही है। मध्यप्रदेश सरकार की हो रही किरकिरी
राजनीतिक विश्लेषक गिरिजा शंकर का कहना है कि रामबाई की कार्यशैली से सरकार की किरकिरी हो रही है। उन्होंने कहा, ‘सरकार हमेशा कहती है कि कानून अपना काम करेगा, लिहाजा रामबाई के पति के मामले में भी यही होना चाहिए, तभी सरकार की कथनी और करनी एक जैसी नजर आएगी।’ बता दें कि राज्य में कमलनाथ की सरकार अल्पमत वाली है, क्योंकि राज्य विधानसभा के 230 सदस्यों में से कांग्रेस के 114 सदस्य हैं। बीएसपी के दो, एसपी का एक और चार निर्दलीय विधायकों के समर्थन से यह सरकार चल रही है।
बीजेपी लगा रही आरोप
गिरिजा ने बताया, ‘बाहर से समर्थन देने वाले सभी विधायकों ने मंत्री बनने की इच्छा जाहिर की है। रामबाई भी मंत्री बनने को आतुर हैं। लिहाजा, वह सरकार पर तो हमला बोलती रहती हैं, मगर मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रशंसा करती हैं। रामबाई की कार्यशैली के चलते बीजेपी को भी सरकार पर हमला करने का मौका मिल जाता है।’ बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा का आरोप है कि राज्य सरकार खुद को बचाने की कोशिश में इतना नीचे गिर गई है कि वह जानते हुए भी हत्या के आरोपियों को संरक्षण दे रही है।