बसपा विधायक हत्याकांड की जांच एसआईटी से कराने के लिए 75 विधायकों का जुटा चुकी हैं समर्थन।
भोपाल। विधानसभा चुनाव के बाद लगातार सुर्खियों में मौजूद बहुजन समाज पार्टी की विधायक रामबाई अपने पति गोविंद सिंह की बेगुनाही के लिए विधायकों का समर्थन जुटा रही हैं। चार महीने पहले हुई देवेंद्र चौरसिया की हत्या के प्रकरण की छानबीन के लिए रामबाई अब एसआईटी गठित कराने की मांग कर रही हैं। उनका दावा है कि इसके समर्थन में वह भाजपा और कांग्रेस के 75 विधायकों के दस्तखत करा चुकी हैं।
चर्चा में रामबाई ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री कमलनाथ से इस मामले में न्याय की मांग की है। इसके लिए वे हर तरह की जांच का सामना करने को तैयार हैं। एसआईटी गठन के लिए ज्ञापन पर वह विधायकों के दस्तखत ले रही हैं। सभी विधायकों का समर्थन हासिल कर वह राज्यपाल और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर एसआईटी से जांच की मांग करेंगी। भोपाल में मौजूद रामबाई के पति गोविंद सिंह का भी आरोप है कि क्षेत्र के भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने उसके खिलाफ साजिश कर आरोपितों में उनका नाम भी जुड़वा दिया, जबकि वह हत्यारों में शामिल नहीं हैं।
मंत्री बनने की नहीं सोचते: रामबाई
बसपा विधायक से जब पूछा गया कि आपको मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने का मामला कहां तक पहुंचा? इस पर उनका जवाब था कि ‘हमारा अब मंत्री बनने पर जोर नहीं है”, हम लोग पहले से ही इस मामले में इतने उलझ गए हैं कि इस बारे में चर्चा ही नहीं करते। उल्लेखनीय है कि इसके पहले रामबाई स्वयं को मंत्री बनाने संबंधी मांग कई बार मीडिया के जरिए उठा चुकी हैं।
बसपा बाहर से देगी समर्थन: पिप्पल
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल का कहना है कि रामबाई कुछ भी कहें, लेकिन बसपा सुप्रीमो मायावती का निर्णय स्पष्ट है कि पार्टी सरकार में शामिल नहीं होगी। मप्र की कमलनाथ सरकार को बसपा बाहर से ही अपना समर्थन देगी, इस पर पार्टी अब भी कायम है। बसपा अध्यक्ष ने यह भी बताया कि रामबाई के पति पर दर्ज प्रकरण के संदर्भ में संगठन प्रमुख के नाते उन्होंने भी पूछताछ की है, जिसमें विधायक ने यही बताया कि उनके खिलाफ साजिश की गई है।
पति की बेगुनाही साबित कराने बसपा विधायक रामबाई जुटा रही विधायकों का समर्थन
पति की बेगुनाही साबित कराने बसपा विधायक रामबाई जुटा रही विधायकों का समर्थन