सीएम कमलनाथ का दावा
कोई संकट नहीं
आपको बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 114 बीजेपी को 109 सीटें मिली हैं. अभी झाबुआ विधायक सांसद बन गये इसलिये बीजेपी के 108 विधायक हैं, बहुमत का आंकड़ा 116 है. सरकार को 1 सपा, 2 बीएसपी और 4 निर्दलीयों का समर्थन है. कांग्रेस को लगता है कि 121 का आंकड़ा उसके पास रहेगा बीजेपी सपने देख रही है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया कहना है कि जहां तक मध्यप्रदेश की बात है यह मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखने जैसा ही होगा. लेकिन बीजेपी की खुशी भी बिनावजह नहीं है, सरकार को समर्थन दे रही बसपा विधायक रामबाई ने शुक्रवार को विधानसभा में अपने परिवार को एक मामले में फंसाए जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अगर उनके परिवार को न्याय नहीं मिल पा रहा तो राज्य में किसे न्याय मिलेगा.
रामबाई ने शून्यकाल के दौरान कहा कि दमोह जिले में एक परिवार के साथ हुई एक घटना में उनके परिवार को फंसा दिया गया है. उन्होंने कहा कि वे सरकार में शामिल हैं, पर उनके परिवार को न्याय नहीं मिल रहा और उनके परिवार के 28 लोगों को जेल में बंद कर दिया गया. इसी दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि अगर उनके परिवार को न्याय नहीं मिला तो राज्य में और किसे न्याय मिलेगा. रामबाई ने इस मामले में सीबीआई जांच के लिए विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति से भी अनुरोध किया. बसपा विधायक संजू सिंह कुशवाह ने रामबाई का समर्थन किया. हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में इस मुद्दे पर चर्चा करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया, क्योंकि यह मामला पहले से ही अदालत में है. विधानसभा में बजट पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष ने कटाक्ष किया कि कमल नाथ सरकार 1/3 के गार्ड के साथ चल रही है. जवाब में कमलनाथ ने भी इस बात को माना लेकिन कहा कि उन्होंने विधायक की बात सुनने और उनके सुझाव लेने की ज़िम्मेदारी मंत्रियों को सौंपी है. कमलनाथ ने भी सरकार पर ख़तरे से इंकार करते हुए कहा, “आप गोवा और कर्नाटक की तुलना मध्य प्रदेश से क्योंकि वहां की चीजें से बिल्कुल अलग हैं. मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार को कोई खतरा नहीं है.