भोपाल-
मध्य प्रदेश मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) वीएल कांताराव ने कलेक्टरों से कहा कि चुनाव की तैयारियां जल्दी पूरी करों, आदर्श आचार संहिता कभी भी लग सकती है।
कांताराव बुधवार को वीडिया काफे्रंसिंग से कलेक्टरों से चुनाव तैयारियों की समीक्षा की। वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने और स्वीप प्लान की गतिविधियां संचालित करने में उदासीनता बरतने पर उन्होंने सभी कलेक्टरों को फटकार भी लगाई है।
कांताराव ने कहा कि वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए कलेक्टर ज्यादा से ज्यादा गतिविधियां संचालित कर लोगों को जागरूक करें। वहीं रायसेन कलेक्टर द्वारा लगातार कई सवाल पूछे जाने पर सीईओ ने उन्हें रोकते हुए कहा कि बस, आप का हो गया अब दूसरों को भी बोलने का मौका दें।
डिंडोरी कलेक्टर द्वारा शराब पर काम कार्रवाई करने और वाहनों के अवैध संचालन, वाहनों से हूटर, सायरन और वाहनों से नेम प्लेट हटाने के संबंध में कम कार्रवाई करने पर कांताराव ने उन पर नाराजगी जाहिर की है।
उन्होंने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए कि वह जिले में कोलाहल अधिनियम, संपत्तिविरूपण के संबंध में सख्ती से पालन कराएं।
इसके अलावा शस्त्र लाइसेंस जमा करने के संबंध में विशेष अभियान चलाया जाए, जिससे आचार संहिता के बाद सभी शस्त्र जमा कराया जा सके। उन्होंने कलेक्टरों को निर्देश दिए कि संवेदनशील मतदान केन्द्रों की मैपिंग कर उन क्षेत्रों में अभी से पुलिस की गश्त शुरू करा दें, जिससे मतदाताओं के बीच में जो बदमाशों का भय है वह दूर हो सके।
शिवराज की शिकायत…
वहीं इससे पहले सीएम शिवराज और भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलकर कांग्रेस की शिकायत दर्ज कराई।
वहीं इससे पहले सीएम शिवराज और भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को दिल्ली में मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलकर कांग्रेस की शिकायत दर्ज कराई।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस मतदाता सूची में फर्जी नाम होने की झूठी शिकायत करके प्रदेश की छवि बिगाडऩे का काम कर रही है। उनके साथ भाजपा के प्रदेश प्रभारी डॉ. विनय सहस्रबुद्धे और राज्यमंत्री विश्वास सारंग भी थे।
सीएम ने आयोग से कहा, झूठी शिकायतों से आयोग का समय खराब होता है, इसलिए गलत आरोप लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो। इसके साथ ही अनुरोध किया गया कि मतदान के दौरान मतदान केन्द्र के बाहर बोर्ड लगाकर हर दो घंटे के बाद डाले गए वोटों के बारे में जानकारी दी जाए।