देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल को दिया इस्तीफा, महाराष्ट्र में सियासी पारा चरम पर
मुंबई. महाराष्ट्र में सियासी पारा चरम पर है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से मिलने के बाद अपने इस्तीफा सौंप दिया है. इसके बाद उन्होंने मीडिया को संबोधित किया और बतााय कि राज्यपाल ने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. फडणवीस ने पीएम मोदी, अपनी पार्टी, राष्ट्रीय अध्यक्ष और सभी कार्यकर्ताओं का धन्यवाद किया. साथ ही गठबंधन के नेताओं का भी धन्यवाद दिया. इसके साथ ही महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगने की आशंका बढ़ गई है, क्योंकि अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि प्रदेश में भाजपा और शिवसेना मिलकर कैसे सरकार बनाएंगे.
– फडणवीस ने कहा कि जनता ने उन्हें 5 साल सेवा का अवसर दिया. इन पांच सालों में उन्होंने कई संकटों का सामना किया. 5 में से 4 साल महाराष्ट्र में अकाल रहा. उनकी सरकार ने महाराष्ट्र में बहुत काम किया. खासतौर पर इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए. इस तरह फडणवीस ने अपने काम गिनाते हुए कहा कि पार्टी को इसका फायदा लोकसभा चुनावों में मिला.
– NCP नेता शरद पवार ने फिर दोहराया है कि जब शिवसेना और भाजपा को जनादेश मिला है तो उन्हें सरकार बनाना चाहिए. उन्होने कहा रामदास अठावले और मेरे बीच भी यही चर्चा हुई है और हम दोनों इस बात पर सहमत हैं. सरकार बनाने में देरी होने से प्रदेश को नुकसान हो रहा है.
– बीजेपी नेता सुधीर मुंगतीवार ने कांग्रेस और एनसीपी द्वारा भाजपा पर हॉर्स ट्रेडिंग करने के आरोपों पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि दोनों दलों को अगले 48 घंटों के भीतर हम पर लगाए गए आरोपों को सिद्ध करना चाहिए या फिर महाराष्ट्र की जनता से माफी मांगना चाहिए.
– महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर जारी गतिरोध के बीच शिवसेना भवन में बैठक शुरू हो चुकी है. उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे बैठक के लिए पहुंच गए हैं. पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता इस बैठक में मौजूद हैं.
– सूबे में सरकार बनाने को लेकर जारी रस्साकशी के बीच कांग्रेस को भी अब विधायकों की खरीद फरोख्त का डर सताने लगा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक विधायकों को हॉर्स ट्रेडिंग से बचाने के लिए कांग्रेस सभी विधायकों को किसी सुरक्षित जगह पर भेज सकती है.
– 9 नवंबर को रात 12 बजे वर्तमान सरकार का कार्यकाल खत्म हो जाएगा. ऐसे में अब बाकी बचे घंटे सभी राजनीतिक दलों और राज्य की जनता के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण साबित होने वाले हैं.
– शिवसेना ने साफ कर दिया है कि भाजपा से तब ही गठबंधन पर बात होगी जब वह शिवसेना का सीएम बनाने को तैयार हो जाएगी. इसे लेकर आज सुबह शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने एक बार फिर यह बात दोहराई है.