पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस सरकार किसानों और गरीबों को तबाह करने में लगी हुई है. रात-रात भर जागकर सिर्फ एक-एक बोरी यूरिया उन्हें मिल रहा है. चारों ओर त्राहि-त्राहि मची हुई है
मध्यप्रदेश में किसानों की समस्याओं को लेकर एक बार फिर सियासत गर्मा गई है. भाजपा ने यूरिया संकट को लेकर राज्य की कमलनाथ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने आरोप लगाया है कि कमलनाथ सरकार केन्द्र का बहाना कर किसानों को झूठे आश्वासन देती रही है. किसानों की समस्याओं को दूर करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए हैं. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में किसानों और गरीबों के साथ अन्याय हो रहा है. उनका हक छीना जा रहा है.
यूरिया संकट को लेकर भाजपा ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. आज प्रदेश भाजपा कार्यालय में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि कई जिलों में यूरिया संकट गहराया हुआ है. जो सरकार किसानों को खाद-बीज वितरण भी कर पाने में सक्षम न हो उससे भला जनता क्या उम्मीद करेगी. हर बार सरकार बहाने करती है कि केन्द्र सरकार से मदद नहीं मिली. भाजपा नेता राशि नहीं दिलवा रहे हैं. जबकि राज्य सरकार किसानों की समस्याओं को सुलझाने के लिए क्या कर रही है, सब देख रहे हैं.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसान परेशान है. किसानों पर चौतरफा मार पड़ रही है. पहले अतिवृष्टि से परेशान था, अब यूरिया-खाद और बीज की आपूर्ति न होने से परेशान है. किसानों की कर्जमाफी नहीं हुई है. कमलनाथ सरकार केन्द्र सरकार का बहाना बनाकर किसानों को झूठे आश्वासन देती रहेगी. नेता प्रतिपक्ष ने कहाकि खातेगांव में पुलिस थाने से बंट रही खाद को लेकर कहा कि वहां जो स्थिति निर्मित हुई है, वह कमलनाथ सरकार के चाक चौबंद को दर्शाता है. अब अन्नदाता को यही अेखना बाकी रह गया था.
तबाह करने में जुटी सरकार पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस सरकार किसानों और गरीबों को तबाह करने में लगी हुई है. रात-रात भर जागकर सिर्फ एक-एक बोरी यूरिया उन्हें मिल रहा है. चारों ओर त्राहि-त्राहि मची हुई है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कमलनाथ सरकार के कारनामें देखकर लगता है कि यह सरकार जिस पर चल रही है, उसमें चारों पहिए भ्रष्टाचार के लगे हुए हैं. जहां देखो लूट, भ्र्रष्टाचार, लापरवाही और गरीबों के साथ अन्याय हो रहा है. प्रदेश अब चुप नहीं रहेगा. सरकार को इसके लिए जवाब देना होगा. उन्होंने कहा कि गरीबों के पास खाने को नहीं है और सरकार गेहूं को सड़ाकर फेंक रही है. ऐसे शासक और प्रशासक हों तो प्रदेश स्वयं ही अंधकार के गर्त में डूब जाएगा. आखिर मेरे प्रदेश के गरीबों के साथ न्याय कौन करेगा. उनका हक कौन देगा.
सरकार सुन नहीं रही भाजपा के वरिष्ठ नेता नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि पहली बार यह हाल है कि सरकार जनता की सुन नहीं रही है. किसान के अलावा आम नागरिक परेशान है. उन्होंने कहा कि अब तक तो हर महीने 3 मुख्यमंत्री बदले जाने चाहिए थे, क्योंकि जिस तरह से झूठ बोल रहे हैं. कांग्रेस के अध्यक्ष ने कहा था कि काम नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री बदल दिया जाएगा. यही बात अब इनके विधायक लक्ष्मण सिंह कह रहे हैं. सिंधिया कह रहे हैं कि किसानों का कर्ज माफ नहीं हुआ. मिश्रा ने कहा कि हवाई जहाज खरीदने के लिए सरकार को केन्द्र की जरुरत नहीं है. बंगला सुधारने के लिए केन्द्र से राशि की जरुरत नहीं है, किसानों को देने के लिए केन्द्र से राशि की जरुरत है. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को परोशन करने का काम रही है.
अब तक पहुंचीं 18 रेक यूरिया किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री सचिन यादव स्वयं प्रदेश में यूरिया की उपलब्धता, वितरण तथा आपूर्ति की सतत मानीटरिंग कर रहे हैं. यादव ने आश्वस्त किया है कि सभी किसानों को उनकी आवश्यकता अनुसार समय पर निर्धारित मूल्य पर यूरिया उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाएगा. दो दिसंबर को खंडवा, इटारसी, पिपरिया, कच्छपुरा में यूरिया की दो-दो, हरदा, दमोह, मुरैना, डबरा, रतलाम और हरपालपुर में एक-एक रेक तथा तीन दिसंबर को नीमच, ब्यावरा, विदिशा तथा बालाघाट में एक-एक और चार दिसंबर को विक्रमनगर में दो एवं मांगलिया, मंडीदीप, बैतूल, सतना, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर में रेक पाइंट पर एक-एक यूरिया रेक पहुंचेंगी. पांच दिसंबर को सागर, विदिशा, नरसिंहपुर और रीवा में एक-एक, छ: दिसंबर को खंडवा, मांगलिया, सीहोर, हरदा में एक-एक तथा मण्डीदीप में दो, सात दिसंबर को शाजापुर, सतना और मुरैना में एक-एक, आठ दिसंबर को मांगलिया, इटारसी और मण्डीदीप में एक-एक, नौ दिसंबर को मुरैना, अशोक नगर, शिवपुरी में एक-एक, दस दिसंबर को दतिया, पिपरिया में एक-एक तथा 11 दिसंबर को खंडवा में रेक पाइंट पर एक यूरिया की रेक पहुंच जाएगी.