भोपालः मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने अब ऐसे अफसरों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है, जो कि भारतीय जनता पार्टी या आरएसएस के करीबी हैं, या फिर इनका किसी भी राजनीतिक दल से संबंध है. कांग्रेस ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के निर्देश पर ऐसे अफसरों की लिस्ट बनाना भी शुरू कर दिया है. इस लिस्ट में सरकारी महकमों के उन अफसरों का नाम शामिल किया जाएगा, जो कि अपना काम करने में अक्षम हैं या किसी राजनीतिक दल से करीबी संबंध होने के चलते बड़े पदों पर नियुक्त किए गए हैं.
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के आदेश पर ऐसे अफसरों की तलाश शुरू कर दी गई है जो किसी राजनीतिक भावना से काम कर रहे हैं, या फिर जिनका किसी राजनीतिक दलों से संबंध है. हर जिले और हर विभाग में ऐसे अफसरों की तलाश शुरू की जा चुकी है. इन अफसरों पर अक्षमता के पैमाने पर कार्रवाई होगी. ये ऐसे अफसर हैं जो BJP या RSS के करीबी अफसर हैं.
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल ने कहा कि अफसरों को भी समझना चाहिए कि वे राजनीतिक भावना से काम नहीं करें. बीजेपी ने कई अहम पदों पर ऐसे अफसरों को बैठाया है. यदि वह अफसर राज्य शासन की जांच में अक्षम साबित हुआ तो उसे हटा दिया जाएगा. सरकार की इस कवायद को बीजेपी और आरएसएस से जुड़े अफसरों पर टारगेट समझा जा रहा है.
वहीं बीजेपी ने इस मामले पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर करारा प्रहार किया है. बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि केंद्रीय कानून का फायदा उठाकर यदि राजनीतिक दुर्भावना से किसी भी तरह का गलत काम किया गया उस सरकार की ईंट से ईंट बजा दी जाएगी.