कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन है। फिलहाल यह 14 अप्रैल तक है। इसे आगे बढ़ाया जाएगा या नहीं फिलहाल इसपर सरकार ने फैसला नहीं लिया। एकदम सब सामान्य नहीं होगा यह साफ है।
नई दिल्ली
कोरोना को नियंत्रण में रखने के लिए प्रभावी देशव्यापी लॉकडाउन की पहली मियाद 14 अप्रैल को खत्म हो रही है। फिर आगे किस तरह रणनीति बनाई जाए इसपर सरकार आखिरी वक्त में फैसला लेगी। लॉकडाउन की समीक्षा में लगे अधिकारियों के अनुसार अभी पूरा ध्यान कोरोना के प्रसार को नियंत्रण में रखने, स्वास्थ्य व्यवस्था को चुस्त रखने और लॉकडाउन के दौरान जरूरी चीजों की आपूर्ति को बहाल रखने पर है।
14 के बाद क्या होगा..इसपर 10 के बाद फैसला
14 अपैल के बाद आगे की रणनीति क्या हो इसके लिए 10 अप्रैल से 13 अप्रैल के बीच समीक्षाओं का दौर होगा। सूत्रों के अनुसार इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सभी राज्यों के सीएम से एक बार और वीडियो कांफ्रसिंग के माध्यम से मीटिंग कर सकते हैं। अब तक वह सभी सीएम से दो बार मीटिंग कर चुके हैं। इसके बाद ही 14 अप्रैल के बाद की क्या तस्वीर रहे इसपर समीक्षा होगी शुरू फिर आगे की रणनीति बनेगी।
मरकज से तस्वीर बदली
अधिकारियों का मानना है कि मरकज के बाद तस्वीर बदली है जिस भारी तादाद में नए मरीज आए उससे तस्वीर बदली और उम्मीद से अधिक मामले आ गए। वहीं यह ग्राफ कितना आगे जाएगा अंदाजा लगाना मुश्किल है। एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि यह मान लेना कि 14 अप्रैल के तुरंत बाद नए कोरोना केस आने बंद हो जाएंगे, गलत होगा। जाहिर है इतना तय है कि सोशल डिस्टेसिंग तो जारी रखना होगा। पिछले दिनों सभी सीएम के साथ मीटिंग में पीएम मोदी ने भी संकेत दिया कि अभी कुछ दिनों तक सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
योगी आदित्यनाथ का ऐलान 15 को खत्म होगा लॉकडाउन
उत्तर प्रदेश से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया कि 15 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म हो जाएगा, लेकिन साथ ही यह ध्यान रखा जाएगा कि लोग कहीं पर भी ज्यादा संख्या में न जुटें, मतलब भीड़ न लगाएं।
जरूरी सेवाओं को शुरू करने के साथ बंदिश हटेगी
एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि अभी अगले तीन महीने तक पूरे सिस्टम को एकदम हाई अलर्ट पर रखा जाएगा। जाहिर है अगर लॉकडाउन हटता है तो भी एहतियाती कदम जारी रहेंगे। यह तय माना जा रहा है कि अचानक तमाम चीजें सामान्य नहीं की जाएगी और चरणों में ढील दी जाएगी। पहले चरण में अगले पंद्रह दिनों क लिए सीमित आवाजाही की अनुमति दी जा सकती है। इसके अलावा बीमारी पर नजर रखने के लिए टीम हालात को देखते हुए पूरे देश को तीन हिस्सों में बांट सकती है। इसमें हाई रिस्क जोन और रिस्क जोन में अलग से मुस्तैदी रखी जाएगाी। सरकार के अनुसार अभी 13 राज्यों के 40 से ऐसे इलाके नजर में हैं। लेकिन अभी इनके बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा।
वहीं कोरोना से बचाव के लिए बनी टीम की नजर वुहान और सिंगापुर जैसे जगहों पर भी है। कोरोना बीमारी का केंद्र बिंदु बने वुहान में हालात कुछ बेहतर होने के बाद पिछले दिनों लॉकडाउन हटाने की पहल हुई। इसके अबतक मिश्रित परिणाम आए हैं। वहीं शुरूआत में झिझक के बाद सिंगापुर को जिस तरह अंतत: लॉकडाउन करना पड़ा, इन दोनों परिणाम के बाद सरकार कोई भी कदम फूंक-फूंक कर उठाएगी।