शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय शिवपुरी में विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर छात्र-छात्राओं ने अपने विचार व्यक्त किए ! शैली शर्मा ने बढ़ती हुई जनसंख्या को सभी समस्याओं की जड़ बताया तो हिमाद्रि मौर्य ने बताया गरीबी और भुखमरी बढ़ती जनसंख्या का परिणाम है ! छवि गुप्ता ने बेरोजगारी की समस्या के लिए बढ़ती जनसंख्या को जिम्मेदार ठहराया ,युक्ति सिंघल ने बताया कि सरकार को जनसंख्या नियंत्रण के लिए कानून बनाना चाहिए! दीपा रजक ने बताया बढ़ती हुई महंगाई बढ़ती जनसंख्या का परिणाम है, युवराज खन्ना ने अशिक्षा को बढ़ती जनसंख्या के लिए जिम्मेदार ठहराया, देवश्री आचार्य ने बताया कि बढ़ती जनसंख्या के कारण गरीबी बढ़ रही है, हमें हर तरीके से यह प्रयास करना चाहिए कि हम गरीबों की एवं असहाय लोगों की मदद कर सकें, उन्हें अपना मित्र मानकर हमेशा मदद के लिए तैयार रहना चाहिए! कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ.रामजी दास राठौर ने छात्र-छात्राओं को समझाया कि आज देश में किसी प्रकार की समस्या हो उन सभी समस्याओं की जड़ में बढ़ती हुई जनसंख्या है! चाहे बेरोजगारी, शिक्षा , स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव, बढ़ते अपराध इन सबके लिए कहीं ना कहीं बढ़ती हुई जनसंख्या जिम्मेदार है! माल्थस के अनुसार जनसंख्या दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ रही है जबकि हमारे उत्पादन एवं विकास के साधन एक दो तीन चार के क्रम में बढ़ते हैं! प्राकृतिक रूप से भी देखा जाए तो यदि मनुष्य ने स्वयं जनसंख्या पर नियंत्रण नहीं किया तो प्रकृति अपना संतुलन बनाए रखने के लिए बाढ़, सूखा, अकाल, महामारी आदि माध्यमों से जनसंख्या पर नियंत्रण करती है, जो कि काफी भयावह होता है! जहां चीन में विश्व की सर्वाधिक जनसंख्या है तथा उन्होंने प्रति परिवार एक बच्चे का नियम लागू किया था और आज दुष्परिणाम यह है कि वहां युवाओं की संख्या काफी कम हो गई है! यदि हम भारत की बात करें तो आज हम जनसंख्या के मामले में विश्व में विश्व दूसरे स्थान पर हैं हमारा देश युवाओं का देश है! इसलिए हमको जनसंख्या नियंत्रण संबंधी इस प्रकार की कानूनी व्यवस्था करनी चाहिए कि युवाओं का संतुलन बना रहे ! हम दो हमारे दो, छोटे परिवार का महत्व लोगों को समझाया जाना चाहिए! कम बच्चे होते अच्छे! हम सामाजिक सुविधाओं को कम बच्चों में बेहतर तरीके से प्रदान कर सकते हैं ! जनसंख्या पर सरकार कानून बनाए इस कानून का पालन सभी जाति धर्म संप्रदाय कि लोगों द्वारा अनिवार्य रूप से किया जाना चाहिए ! अतः यदि हम सब चाहते हैं कि हमारे देश का बेहतर विकास हो एवं सभी नागरिकों को सभी सुविधाएं आसानी से प्राप्त हो सके तो हमें समय रहते जनसंख्या पर नियंत्रण करना ही होगा अन्यथा हमें जनसंख्या विस्फोट के दुष्परिणामों को भुगतने के लिए तैयार रहना होगा! आज विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर हम सबको यह संकल्प लेना होगा कि हम अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करें कि जनसंख्या नियंत्रण में ही संपूर्ण मानव समाज की भलाई है!
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