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पुलिस अफसरों से बोले शिवराज- पुलिस के लिए सख्ती और मानवता दोनों जरूरी

– वीडियो कांफ्रेसिंग से मैदानी अमले को किया प्रोत्साहित
– पंद्रह अगस्त को बेहतर काम करने वालों को देंगे कर्मवीर पदक
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना के कारण लॉकडाउन के पीरियड में पुलिस के लिए सख्ती और मानवता दोनों जरूरी है। लॉकडाउन में सख्ती जरूरी है, लेकिन संवेदनशीलता व मानवता भी जरूरी है। असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें, लेकिन जनता की मदद भी करें। सज्जनों में विश्वास और दुर्जनों में भय ही पुलिस की सफलता है।

यह बात उन्होंने पुलिस महानिरीक्षकों, पुलिस अधीक्षकों व अन्य पुलिस अफसरों के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग से संवाद के दौरान कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 7.5 करोड़ जनता आज आप पर गर्व कर रही है। पुलिस के जांबाज कोरोना महायोद्धा स्व. देवेन्द्र चंद्रवंशी व स्व. यशवंत पाल को प्रणाम करता हूं, जिन्होंने जनता की सेवा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। इनके सहित पुलिस के ऐसे सभी साथी जो कोरोना की रोकथाम के लिए उल्लेखनीय काम करने वालों को 15 अगस्त को कर्मवीर पदक दिया जाएगा।

खुद का फील्ड में रखें ध्यान-
शिवराज ने कहा कि आप फील्ड में खुद को सुरक्षित रखते हुए काम करें। मास्क पहने, सोशल डिस्टेंसी का ध्यान रखे और अन्य सावधानियां भी बरतें। बैठक में कुछ जिलों में निगरानी तंत्र की जानकारी भी दी गई। इसमें तकनीकी उपयोग के बारे में भी बताया गया।

उज्जैन में होम-क्वारंटाइन पर सीसीटीवी कैमरे-
सीएम ने उज्जैन पुलिस के होम-क्वारंटाइन की व्यवस्था की सराहना की। साथ ही इसे अन्य जिलों में लागू करने की बात कही। उज्जैन एसपी ने बताया कि उज्जैन में संदिग्ध को होम-क्वारांटाइन करके उस घर के बाहर बैरीकेट्स लगाकर सीसीटीवी कैमरे लगा दिए जाते हैं। यदि संबंधित घर से बाहर निकलता है, तो उसका तुरंत सीसीटीवी कैमरे से पता चल जाता है।

मध्यप्रदेश वापस लौटे दूसरे राज्यों से 14 हजार मजूदर
मध्यप्रदेश में मंगलवार तक दूसरे राज्यों से 14 हजार मजदूर वापस लौट आए हैं। मध्यप्रदेश के निवास ये मजदूर लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे थे, जिन्हें वापस लाने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने प्रयास शुरू किए थे। इसके तहत राजस्थान, गुजरात और हरियाणा से अब तक मजदूर वापस आए हैं। मंगलवार को भी 8300 मजदूर वापस आए। मंगलवार को 6450 मजदूर राजस्थान से लाए गए। इन्हें नीमच, आगर-मालवा, श्योपुर और गुना एन्ट्री प्वाइंट पर लाया गया है। वहीं गुजरात से 500 और हरियाणा से 1350 श्रमिक 45 बसों में ग्वालियर लौटे हैं। इन्हें गृह जिले भेजा जा रहा है। इन्हीं वाहनों में मध्यप्रदेश में फंसे राजस्थान के 2500 श्रमिकों को वापस राजस्थान भेजा जा रहा है।

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