सोयाबीन, मूंग एवं उड़द के साथ ही खरीफ की 13 फसलों को मध्य प्रदेश सरकार ने भावांतर भुगतान योजना में शामिल किया है। भावांतर योजना के लिए फसलों का रजिस्ट्रेशन किसान 28 जुलाई से 31 अगस्त तक करवा सकते हैं।
राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार खरीफ सीजन 2018-19 के लिए 13 फसलों को भावांतर भुगतान योजना में शामिल किया गया है, इन फसलों का रजिस्ट्रेशन किसान 28 जुलाई से 31 अगस्त तक करवा सकते हैं। राज्य में खरीफ फसलों की बुवाई अगस्त आखिर तक लगभग पूरी होने की संभावना है।
भावांतर भुगतान योजना के तहत राज्य सरकार बाजार भाव और फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के अंतर का भुगतान किसानों को करती है। केंद्र सरकार ने हाल ही में खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी की है, साथ ही राज्य में अभी तक मानसूनी बारिश भी अच्छी हुई है। ऐसे में राज्य में खरीफ की प्रमुख फसल सोयाबीन के साथ ही दलहनी फसलों की बुवाई बढ़ने का अनुमान है।
राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार राज्य में तिलहनों की बुवाई बढ़कर 46.67 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य में केवल 44.13 लाख हेक्टेयर में ही तिलहनी फसलों की बुवाई हुई थी। सोयाबीन की बुवाई चालू खरीफ में बढ़कर राज्य में अभी तक 44.41 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक इसकी बुवाई 40.12 लाख हेक्टेयर में ही हुई थी।
Check Also
लाडली बहना योजना: सरकार ने दी स्पष्टता, नहीं बढ़ेगी राशि ₹3000
🔊 Listen to this Jan 8, 2025 at 08:29 लाडली बहना योजना: सरकार ने दी …