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बारिश में बंद हो सकता है भोपाल मार्ग


खुराई मार्ग से करना पड़ सकता है मार्ग परिवर्तित, एप्रोच मार्ग के पानी में डूबने की आशं का, इधर एनएच के अफसर दफ्तर में तोड़ रहे कुर्सियां, भोपाल रोड पर 900 पेड़ काटे लेकिन अब तक एक भी पौधा नहीं रोपा, जिला प्रशासन के अफसर नहीं कर पा रहे एनएच के कार्यों की मॉनीटरिंग

सागर. बारिश के मौसम में कभी भी बंद न होने वाला भोपाल मार्ग इस बार ज्यादा वर्षा होने पर आवागमन के लिए बंद हो सकता है। भोपाल मार्ग का चौड़ीकरण का कार्य चलने के कारण पुराने पुल को तोड़कर नया पुल बनाया जा रहा है। निर्माण एजेंसी ने पुराने पुल को तोड़कर आवागमन के लिए नया एप्रोच मार्ग बनाया है लेकिन यह एप्रोच मार्ग तेज बारिश होने पर पानी में डूब सकता है। विशेषज्ञों की माने तो एप्रोच मार्ग की ऊंचाई बहुत ही कम है और मिट्टी का पुल होने के कारण यह पानी के तेज बहाव में बह भी सकता है। नेशनल हाइवे के अधिकारियों की लापरवाही के कारण इस बारिश में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
…तो परिवर्तित करना पड़ सकता है मार्ग
भोपाल मार्ग तेज बारिश के कारण यदि बंद हुआ तो फिर प्रशासन को यह मार्ग परिवर्तित करना पड़ सकता है और खुरई मार्ग से अमावनी होते हुए आवागमन की व्यवस्था करनी पड़ सकती है। बड़ी नदी के पास रहने वाले लोगों का कहना है कि भोपाल मार्ग पर बड़ी संख्या में भारी वाहनों की आवाजाही रहती है और यही वजह है कि एप्रोच मार्ग इतना सक्षम नहीं दिख रहा है कि वह भारी वाहनों व नदी के तेज पानी के बहाव का भार एक साथ उठा ले।
900 पेड़ काटे एक भी पौधा भी नहीं लगा पाए
भोपाल मार्ग पर सबसे ज्यादा अव्यवस्था व लापरवाही हरे-भरे पेड़ों की कटाई को लेकर देखने को मिली है। यहां पर विकास कार्य के नाम पर एनएच ने एजेंसी से करीब 900 बड़े पेड़ कटवाए लेकिन इन पेड़ों की एवज में आज तक एक भी पौधा कहीं पर नहीं रोपा है। पर्यावरण को तबाह करने में सबसे ज्यादा लापरवाही एनएच के अधिकारियों की ही सामने आ रही है। इस मामले में पत्रिका ने एनएच के ईई दीपक असाटी से बात करने की कोशिश की तो उनसे संपर्क नहीं हो सका।

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