
आयु सीमा और तबादलों पर सिंधिया और नाथ समर्थक मंत्री आपस में उलझे
भोपाल .कैबिनेट की बैठक में बुधवार को आयु सीमा और तबादलों के मुद्दे पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर और कमलनाथ समर्थक सुखदेव पांसे आपस में उलझ गए। दोनों के बीच तीखी तकरार हुई। दरअसल तोमर जब अपनी बात रखने के लिए खड़े हुए तो पांसे ने बीच में टोकते हुए कहा कि पहले मैं अपनी बात रखूंगा।
इस पर तोमर बिफर गए और पांसे से उलझ गए। बात इतनी बढ़ी कि तोमर ने मुख्यमंत्री कमलनाथ से कह दिया- सीएम साहब, अब एेसा नहीं चलेगा। आपको हमारी भी सुनना पड़ेगी। मुख्यमंत्री ने दोनों मंत्रियों को फटकारते हुए बैठने को कहा। उन्होंने बाकी मंत्रियों से भी कहा कि बारी-बारी से अपनी बात कहिए। कैबिनेट में जब तोमर भड़के तो उनके समर्थन में सिंधिया कैंप के अन्य मंत्री इमरती देवी, महेंद्र सिंह सिसौदिया भी आ गए। ये सभी अपने विभागों के अफसरों के अड़ियल रवैये से नाराज हैं। कैबिनेट में करीब सवा घंटे तक इन्हीं मुद्दों पर माहौल गरम रहा। शेष|पेज 9 पर
इस खींचतान को दो दिन पहले हुई सिंधिया समर्थक मंत्रियों की डिनर डिप्लोमेसी से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसमें मंत्रियों ने नाराजगी जाहिर की थी कि सरकार में उनकी बात नहीं सुनी जा रही।
शिक्षकों के तबादले : स्कूल शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी ने शिक्षकों के ऑनलाइन तबादलों पर आपत्ति जताई। कहा- तबादले आॅफलाइन हों। उनके पास मंत्रियों, विधायकों, कार्यकर्ताओं और प्रदेश भर के शिक्षकों के आवेदन आ रहे हैं। उन पर सुनवाई नहीं हो पा रही है। जल संसाधन मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा ने तो कह डाला कि स्कूल शिक्षा क्या सभी विभागों में आॅफ लाइन ट्रांसफर किए जाएं। इस पर विभाग के अफसरों ने बताया कि हर एक शिक्षक शहर में ट्रांसफर चाहता है, गांवों में कोई नहीं जाना चाहता। इसलिए ऑनलाइन व्यवस्था ही जारी रखी जाए।