कोटा. लोकसभा चुनावों के बाद अब सभी की नजरें मध्यप्रदेश और कर्नाटक की ओर थी जहां तख्ता पलटने के कयास लगाए जा रहे हैं। लेकिन अचानक कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर मचे बवाल के पास राजस्थान की सियासत में तूफान आ गया है। कांग्रेस के मंत्रियों के तीखे तेवर के बाद अब भाजपा ने भी तंज कसना शुरू कर दिया है। मंगलवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत ने कहा कि जल्द ही कांग्रेस सरकार अल्पमत में आकर गिर सकती है। उन्होंने कहा कि भाजपा को कांग्रेस की अंदरूनी कलह से कोई लेना-देना नहीं है लेकिन कांग्रेस के ही नेता अपनी सरकार को गिराने में लगे है। ऐसे में जल्द कोई उलटफेर हो जाए तो चौंकने वाली बात नहीं होगी। वहीं मध्यप्रदेश में भी भाजपा के कई नेताओं ने कमलनाथ सरकार को शक्ति परीक्षण की चेतावनी दे डाली है।
शक्ति परीक्षण में जब जब गिर गईं थी भाजपा सरकार
शक्ति परीक्षण में सरकार गिरने का ताजा उदाहरण कर्नाटक का है। विधानसभा की 222 सीटों के आए परिणामों में भाजपा को 104, कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 37 सीटें मिली थीं। कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन दे दिया था लेकिन राज्यपाल वजूभाई वाला ने सबसे अधिक सीटों पर जीत हासिल करने वाली पार्टी यानी भाजपा को सरकार बनाने का न्योता दिया था। इस पूरे मामले में सुप्रीम कोर्ट की बड़ी भूमिका रही, येदियुरप्पा के शपथग्रहण के बाद भाजपा बहुमत साबित नहीं कर सकी और सरकार गिर गई।
शक्ति परीक्षण में सरकार गिरने का ताजा उदाहरण कर्नाटक का है। विधानसभा की 222 सीटों के आए परिणामों में भाजपा को 104, कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 37 सीटें मिली थीं। कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन दे दिया था लेकिन राज्यपाल वजूभाई वाला ने सबसे अधिक सीटों पर जीत हासिल करने वाली पार्टी यानी भाजपा को सरकार बनाने का न्योता दिया था। इस पूरे मामले में सुप्रीम कोर्ट की बड़ी भूमिका रही, येदियुरप्पा के शपथग्रहण के बाद भाजपा बहुमत साबित नहीं कर सकी और सरकार गिर गई।