मंथन न्यूज़ भोपाल –एक हजार और पांच सौ के नोट बंद होने की घोषणा के बाद भोपाल में करीब एक हजार लोगों ने चंद घंटों में सोना खरीदा। ये खुलासा आयकर विभाग द्वारा की गई अब तक सर्चिंग और छापे की कार्रवाई में ज्वेलर्स के यहां मिले दस्तावेजों से हुआ है।
आयकर विभाग के अधिकारियों की मानें तो सोना खरीदने वालों की पहचान छिपाने में ज्वेलर्स ने बड़ी भूमिका निभाई और जिन्हें सोना बेचा गया उनकी जानकारी के नाम पर खानापूर्ति करते हुए अधूरे नाम के साथ अधूरे पते भी लिखे। विभाग अब इन ज्वैलर्स के यहां से सोना खरीदने वालों की पहचान करवाएगा। जिसके बाद टैक्स पेयर्स की सूची से उन लोगों का मिलान किया जाएगा। इसके अलावा विभाग ने ज्वैलर्स की सेल्स बुक भी सील कर दी, जिससे वे भविष्य में पिछली तारीख पर सोना बेचना नहीं दिखा पाएंगे।
10 से 20 करोड़ का सोना बेचा अग्रवाल ज्वेलर्स ने
गुरुवार शाम से राजधानी के अग्रवाल ज्वैलर्स की तीन शो रूम पर चल रही सर्वे की कार्रवाई छापे में तब्दील होने के बाद से 10 से 20 करोड़ रुपए के बीच में सोना बेचने की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि राशि और बढ़ सकती है। वहीं आयकर विभाग की यह कार्रवाई शनिवार शाम तक पूरी हो जाएगी।
किस दाम पर बेचा छिपा रहे ज्वेलर्स
सूत्रों की मानें तो आयकर विभाग की टीम ज्वैलर्स से पता कर रही है कि उन्होंने लोगों को किस दाम में सोना बेचा। हालांकि वे अभी सही-सही जानकारी नहीं दे रहे हैं।
एक साथ सबके सीसीटीवी बंद कैसे इसकी भी पड़ताल
बताया जा रहा है कि आयकर विभाग सभी ज्वैलर्स के यहां आठ नवंबर को बंद मिले सीसीटीवी को लेकर भी पूछताछ कर रही है। अधिकारियों का मानना है कि यह जानबूझकर किया गया है तो इसका पता आठ नवंबर से पहले कैमरों के काम करने की जानकारी से चलेगा। कैमरों की फुटेज भी विभाग कब्जे में ले रहा है।
पूनम पुरोहित