मंथन न्यूज़ विदिशा –विहिप नेता दीपक कुशवाह की हत्या के बाद दूसरे दिन रविवार को शहर का माहौल तनावपूर्ण हो गया। शहर के बक्सरिया क्षेत्र में आगजनी, पथराव और वाहन जला दिए। उपद्रवियों ने लगभग एक दर्जन घर और दुकानों में आग लगा दी और दर्जनों वाहन फूंक दिए। उपद्रव के दौरान पुलिस अधिकारी सहित करीब 11 लोग घायल हुए हैं। साेमवार को भी स्थिति सामान्य नहीं हो सकी और लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोगोंं के पास पैसे खत्म हो गए और वो न ही उन्हें निकाल पा रहे है और न ही जरूरत का सामान ही खरीद पा रहे है।
भारी उपद्रव और हंगामे के बाद प्रशासन ने रविवार सुबह धारा 144 लागू कर दी, लेकिन जब इससे हालात काबू नहीं हुए तो दोपहर एक बजे कर्फ्यू लगा दिया। हालात का जायजा लेने के लिए आईजी योगेश चौधरी और कमिश्नर एसबी सिंह भी शहर में पहुंच गए। हालांकि दोनों पक्षों ने हालात बिगड़ने के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया।
एक दिन पहले शनिवार को विहिप के नगर सह संयोजक दीपक कुशवाह की करीब एक दर्जन लोगों ने दिनदहाड़े हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद से ही शहर में तनाव का माहौल बन गया था। रविवार सुबह शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाते समय बक्सरिया, मुगलटोला और रामलीला क्षेत्र में नाराज लोगों ने जमकर उत्पात मचाया। दोनों पक्षों के लोग हथियार लेकर निकल पड़े थे।
इन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठियां भांजी और आंसू गैस के गोले छोड़े। गुस्साए लोगों ने रायपुरा स्कूल के पास कलेक्टर-एसपी के वाहन रोक लिए। पुलिस ने भीड़ को वहां से हटाया लेकिन इसके बाद भी लगातार उपद्रव बढ़ता गया तो कर्फ्यू लगा दिया। इसके बाद माहौल ठीक हुआ।
पूनम पुरोहित