शिवराज का वयक्तित्व = श्री चौहान गॉव में पले बड़े हुए और किसानों के पक्ष में लड़ते रहे है शिवराज अपने क्षेत्र में किसानो और गॉव वासियों के चहिते थे बह किसानों की हर उस बात का समर्थन करते है जो उनके हित में हो उन्होंने कभी अपनी ज़मीन छोड़ने की तनिक कोशिश भी नहीं की, वे हमेशा से अपने ठेठ अंदाज मे ही जनता के बीच जाते रहे और अपने भाषणों में बुन्देली जुमलों का प्रयोग कर समाज के पिछड़े वर्गों के बीच लोकप्रियता हासिल करते रहे है। आज के आधुनिक युग मे जब सब कुछ हाइटेक हो रहा है ऐसे में शिवराज ने अपने आप को कभी ऐसे प्रतीत नहीं होने दिया कि वो इस ह्रदय प्रदेश के मुखिया है, यही अंदाज उन्हे देश के अन्य मुख्यमंत्रियों से अलग करता है विकाश के प्रति शिवराज का रुझान = शिवराज सिंह चौहान प्रदेश के विकाश के लिए हमेशा प्रयास रत रहते है चुकी वह गॉव में पले बड़े हुए ग्रामीण अर्थव्यवस्था को उन्होंने बखूवी समझा और देश में सुसाशन का ऐसा एजेंडा तैयार किया की प्रदेश आज दुनिया के औध्योगिक घरानों के एजेंडे में शामिल हो गया श्री चौहान आज देश को गति देने के लिए हर वह कार्ये कर रहे जो एक कुशाल शासक करता है श्री चौहान प्रदेश में उद्दयोगों को बढ़ावा देने और प्रदेश को गति देने के लिए ग्लोवल इन्वेस्टर समिट जैसे प्रोग्राम लॉन्ज कर रहे है जिससे देश में वेरोजगारी की समस्या का निराकरण किया जा सके जिससे रोजगार के नए अवसर प्रदेश में लागू होंगे !जो श्री चौहान का इतिहासिक कदम है लोक हित में शिवराज योजनाये =श्री चौहान ने मध्य प्रदेश में अपने सरल और सादगी से भरे वयक्तित्व का ऐसा ढाँचा तैयार किया की वह लोगो के परिवार का हिस्सा बन बैठे बच्चे हो या बड़े श्री चौहान को प्यार से मामा कहकर पुकारते है !श्री चौहान ने प्रदेश को गति देने और के लिए प्रदेश में ऐसी यौजना लागु की जन जन में लोकप्रिय हुई गांवों मे सामाजिक क्रांति लाने के लिए शिवराज सिंह चौहान के कुछ प्रयास और प्रसाशनिक नेत्रत्व अत्यंत सरहनीय रहे जो अनेक राज्यों एवं केंद्र के लिए अनुकरणीय बने। गांव की बेटी योजना, जननी सुरक्षा एव जननी प्रसव योजना, स्वागतम लक्ष्मी योजना, उषा किरण योजना, तेजस्विनी, वन स्टॉप क्राइसेस सेंटर, लाडो अभियान, महिला सशक्तिकरण योजना, कन्यादान एवं निकाह योजना, शोर्य दल का गठन, छात्राओं के लिए मुफ्त पाठ्य पुस्तके, साइकिल, विभिन्न छात्रव्रतियाँ और नगरीय निकाय मे 50 प्रतिशत महिला आरक्षण कर महिला सशक्तिकरण कि दिशा में काम किये। इससे उन्होंने देश में महिलाओं के लिये सर्वाधिक कार्य करने के अद्वितीय उदाहरण पेश किये शिवराज सही मायने में बेटियो के मामा बने और उन्होंने गरीव कन्न्यायो का विवाह कराने जैसे सराहनीय कार्ये भी किये और कन्यादान किया प्रदेश को दिलाई पहचान = श्री चौहान ने मध्य प्रदेश को एक नयी पहचान दिलाई है उन्होंने प्रदेश में चाहे पर्यटन को बढ़ावा देना हो या उधोगिक क्षेत्र में प्रदेश को खड़ा करना या उज्जैन में सिंहस्थ जैसे सफल आयोजन प्रदेश को पहचान दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी अभी हाल ही में देश में सेना का मनोबल बढ़ाने और देश को सेना के कठिन परस्थितियो में कार्ये करने वाले शौर्य से अवगत कराने के लिए देश का पहला शौर्य स्मारक बनवाया जिससे युवा पीढ़ी सैनिको के कठिन और परेशानियों में कार्ये करने वाले शौर्ये से अवगत होगी! प्रधान मंत्री नरेंद्रमोदी जी ने इस शौर्ये स्मारक का उट्घाटन किया है ! टीम वर्क = श्री चौहान का उनकी केविनेट और विधायको के साथ टीम वर्क देखने लायक होता है चूँकि श्री चौहान राजनेता है आरोप प्रत्यारोप का शिलशिला चलना जाहिर सी बात है चलता रहता है जब भी श्री चौहान कठिन परिस्थति में पड़ते उनका टीम वर्क और रोल मोडल होना उन्हें परेशानी से निजात दिलाता है उनकी टीम महाभारत के कृष्ण की तरह उनका सारथि बन उन्हें राजनीति के युद्ध में विजय श्री दिलबती है और इस तरह शिवराज कुशल राजनेता भी है
मुख्य मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का मार्मिक एवं मम्रस्पर्शी वयक्तित्व
परिचय = मध्ये प्रदेश के मुख्य मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का जन्म 5 मार्च 1959 को हुआ और उनका विवाह श्री मति साधना सिंह जी से 1992 में हुआ उस समये शिवराज विधायक थे।शिवराज सिंह चौहान बाल्य काल से ही सभ्य और दुसरो को खुश रखने बाले व्यक्ति थे ! श्री चौहान का मोह राजनीति में बाल्ये काल से रहा जब वे विधायथीं परिसद में थे सभी के चहिते रहे 1990 में श्री चौहान बुधनी विधानसभा से पहली बार विधायक बने शिवराज सिंह हमेशा किसानों के वीच रहकर उनकी मांगो को उठाया करते थे वह किसानों के कष्टो को बखूवी समझा करते थे 2000 से 2003 तक श्री चौहान भारतीय युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे युवा मोर्चा में श्री चौहान के कार्ये को देखते हुए उन्हें भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष वना दिया गया और 29 नवम्बर 2005 को श्री शिवराज सिंह जी चौहान मुख्य मंत्री बने !13 बी विधानसभा के निर्वाचन में श्री चौहान ने भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक की भूमिका निभाते हुए विजय श्री हासिल की और 10 दिसंबर 2008 संसदीय दाल की बैठक में उन्हें अपना नेता चुना गया 12 दिसंबर को 2008 उन्हें बतौर मुख्य मंत्री पद की सपथ दिलाई गयी और शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व 2013 में जीत हासिल की