कश्मीर के बदलते घटनाक्रम व उपद्रव को देखते हुए भोपाल पुलिस इस बार 14 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भोपाल आगमन के मद्देनजर कोई रिस्क लेने को तैयार नहीं है। हाई अलर्ट के बीच रेलवे स्टेशन, होटल और घर-घर की तलाशी की जा रही है। पुलिस मुख्यत: कश्मीरियों की पहचान कर उनके बारे में पता लगा रही है। प्रधानमंत्री 14 अक्टूबर को भोपाल में शौर्य स्मारक का उद्टन करेंगे।
पुलिस को आशंका है कि वे इस दौरान हंगामा और विरोध प्रदर्शन करने के साथ ही प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं। इसके साथ ही नॉर्थ ईस्ट और दक्षिण भारतीयों पर भी नजर रखी जा रही है। इनकी पहचान के लिए किराएदारों और होटल में इनके बारे में पता लगाया जा रहा है। डीआईजी भोपाल डॉ.रमन सिंह सिकरवार का कहना है कि चप्पेचप्पे की तलाशी ली जा रही है। बाहरी व्यक्ति की पहचान होने पर पुलिस की
टीम संदिग्ध के मूल पते व संबंधित थाने से उसके बारे में तफ्तीश कर रही है।
पहले भी जारी हुए हैं अलर्ट
प्रधानमंत्री की यात्रा को लेकर पहले भी अलर्ट जारी हुए हैं। पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक के बाद खतरा बढ़ गया है। इसलिए पुलिस ज्यादा सतर्क है। भोपाल में इससे पहले सभा के दौरान उन्हें खंडवा से भागे आतंकियों से डर था। खुफिया एजेसिंयों ने हाई अर्लट जारी किया था। तब आतंकियों के पुलिस वर्दी में हमले की आशंका जताई गई थी।
सुरक्षा व्यवस्था
– सभी थाना प्रभारियों और अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
– किराएदारों के बारे में पूरी जानकारी एकत्रित कर उनका क्रास वेरीफिकेशन करना।
– होटल में ठहरने वाले एक-एक व्यक्ति के बारे में पता लगाना।
– रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और शहर के अंदर वाले प्रत्येक मार्ग पर नजर रखना और चैकिंग करना।
– बम निरोधक दस्ते और डॉग दस्ते से लगातार जांच कराना।
– स्थानीय पुलिस और खूफियां एजेंसियां लगातार संपर्क मे