
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि अमेरिका आं’तकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ है। यूएन द्वारा पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है जोकि बेहद ही घिनौना कृत्य है। हम तमाम देशों से कहना चाहते हैं कि वह यूएन सेक्युरिटी काउंसिल के रिजोल्यूशन को स्वीकार करें और अपने देश में आतंकवाद को पनाह देना बंद करें वरना हम परमाणु कार्रवाई के लिए तैयार हैं।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतारेस ने भी इस हमले की निंदा की। उन्होंने कहा हम जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए हमले की कड़ी निंदा करते हैं और अपनी जान गंवाने वालों और भारत के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। जैश-ए-मुहम्मद को प्रतिबंधित सूची में डालने के भारत के प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भारत की अपील के बारे में पूछे जाने पर, डुजारिक ने कहा कि आतंकी संगठनों की सूची जारी करना सुरक्षा परिषद के हाथों में है।