थाने का किया घेराव
यूपी के अलीगढ़ से इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक ऐसी घटना इस समय पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है जो हर किसी को झकझोर रही है। क्या आम लोग और क्या नेता-अभिनेता… सभी एक स्वर में इस घटना की निंदा कर रहे हैं। मामला मात्र 10 हजार रुपए के कर्ज के लिए ढाई साल की मासूम की हत्या का है। चंद रुपये के लिए मासूम को अगवा कर लिया गया और बाद में उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। बच्ची का शव कुछ ऐसी हालत में मिला कि पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर भी समझ नहीं पाए कि पोस्टमॉर्टम करें तो कैसे। जानिए इस दिल दहला देने वाली वारदात का पूरा घटनाक्रम…
30 मई को घर के बाहर से हुई गायब
अलीगढ़ के थाना टप्पल इलाके में ढाई साल की बच्ची का शव मिलने से दो जून को सनसनी फैल गई। मामले का खुलासा हुआ तो पता चला कि यह शव ढाई साल की मासूम का है। वह 30 मई को घर के बाहर से खेलती हुई लापता हो गई थी। 31 मई को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। उसके बाद पुलिस को 2 जून की सुबह शव जेल गए आरोपी जाहिद के घर के पास मिला था। कूड़े के ढेर में उसका शव सफाई कर्मचारी को दिखाई दिया। जैसे ही बच्ची का शव सफाईकर्मी को दिखा उसने पुलिस के पास जाकर मामले की जानकारी दी। जिसके बाद एसएसपी आकाश कुलहरि और विधायक खैर अनूप प्रधान मौके पर पहुंचे।
क्या हुआ 2 जून को, कैसे मिला लापता का शव
रविवार तड़के काननूगोयान से एक गली छोड़कर कोट मोहल्ले में महिला सफाईकर्मी ने कूड़े के ढेर से कपड़े के एक बंडल को कुत्तों को खींचते हुए देखा। इसी दौरान तमाम लोग वहां पहुंच गए। कपड़े की गठरी खोलकर देखी गई तो उसमें ढाई साल की मासूम का क्षत-विक्षत शव मिला। सूचना पर पहुंची टप्पल पुलिस ने शव को आनन-फानन पोस्टमार्टम के लिए भेजा। यह जानकारी होते ही लोग भड़क गए।
परिजनों के साथ सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पीछा कर शव लेकर जा रही गाड़ी को कुराना के पास रुकवा लिया। इसके बाद शव टप्पल थाने के सामने रख दिया और अलीगढ़-पलवल मार्ग पर जाम लगा दिया। बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने थाने का घेराव कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और टप्पल एसओ को निलंबित करने की मांग की। यह लोग आरोपी जाहिद और उसके पूरे परिवार को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। ब्लाक प्रमुख के पति ऋषिपाल सिंह मैनेजर, डॉ. चंद्रप्रकाश पांचाल व कर्मवीर सिंह भाजपा नेता भी लोगों के साथ धरने पर बैठे रहे।
आगे पढ़िए कैसे की हत्या…
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दुपट्टे से गला घोंटकर की हत्या, भूसे में दबाया था शव
आरोपियों के विषय में बच्ची के परिजनों ने आरोप लगाया कि जाहिद पर उनके दस हजार रुपये शेष थे। रुपये मांगने पर उससे विवाद हुआ था। उसी दिन जाहिद ने देख लेने व बेइज्जती का बदला लेने की धमकी दी थी। इसी बदले की भावना से उसने असलम संग मिलकर साजिश बनाई और 30 जून को जब बच्ची खेलते हुए जाहिद के दरवाजे पर पहुंच गई तो उसे बिस्कुट देने के बहाने अपने घर में ले गया। फिर उसकी दुपट्टे से गला घोंटकर हत्या कर दी और उसके शव को भूसे की बुर्जी में दबा दिया। जब उसमें से दुर्गंध आई तो शव को बाहर लाकर फेंक दिया गया। यह खुलासा मासूम की हत्या में गिरफ्तार दोनों आरोपियों जाहिद व उसके दोस्त असलम ने किया है।
सूंघते हुए आरोपी जाहिद के घर पहुंचा खोजी कुत्ता
कूड़े के ढेर में जहां पर शव मिला था, वहीं डॉग स्क्वायड सबसे पहले पहुंचा। वहां से सूंघते हुए खोजी कुत्ता कोट मोहल्ला निवासी जाहिद पुत्र अब्बास के घर तक पहुंचा। इसके बाद पुलिस ने जाहिद को हिरासत में ले लिया। दरअसल चार-पांच दिन पहले लड़की के पिता और जाहिद के बीच विवाद हुआ था। जाहिद ने धमकी भी दी थी। इसीलिए मासूम के लापता होने के बाद से जाहिद के परिवार पर लड़की के पिता और उनका परिवार आशंका जता रहा था। थाने का घेराव कर रहे भीड़ के गुस्से को देखते हुए टप्पल पुलिस ने आरोपी जाहिद को किसी दूसरे थाने में भेज दिया है।
शव गल जाने से साक्ष्य हुए लुप्त, नहीं मिला
तीन डॉक्टरों के पैनल की राय पर गौर करें तो शव गलने से उसकी हत्या के साक्ष्य विलुप्त हो चुके हैं। उसका सीधा हाथ या तो जानवरों ने खा लिया है, या फिर गलने से कहीं अलग छिटककर गिर गया है। दोपहर में पोस्टमार्टम के दौरान भी गलन के हालात कुछ ऐसे ही थे कि डॉक्टर जहां से भी शव को पकड़ रहे थे, वहां से हिस्सा अलग होने के कगार पर था। पुलिस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बच्ची से दुष्कर्म नहीं हुआ था और मौत की वजह जानने को विसरा सुरक्षित किया है।
बच्ची का शव गलने से विलुप्त हुए साक्ष्य, जानवरों ने खाया हाथ
कड़ी सुरक्षा के बीच शाम को पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों के पैनल ने वीडियोग्राफी के बीच किया। डॉक्टरों ने पोस्टमार्टम के बाद यह तो साफ किया कि शव कम कम तीन से चार दिन पुराना है। शरीर में किसी नुकीले वस्तु के निशान हैं। गला हुआ और जानवरों द्वारा खाए जाने के अंदेशे पर यह निशान जानवरों के पंजे के होने का भी अंदेशा है।