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MP ELECTION 2018 : 50 सीटें तय करेंगी… किसकी बनेगी सरकार

भोपाल-प्रदेश में बंपर वोटिंग के बाद दिग्गजों की धडकऩें बढ़ गई हैं। उन्हें यह अंदाजा ही नहीं है कि जनादेश किस ओर गया। नौ मंत्री और सात वर्तमान विधायक चक्रव्यूह में फंस गए हैं। वहीं 50 सीटें ऐसी हैं, जिनका नतीजा कुछ भी हो सकता है। यही सीटें भाजपा और कांग्रेस के लिए सत्ता की कुंजी हैं। इन फंसी सीटों में भाजपा के 34 और कांग्रेस के 15 निवर्तमान विधायक कड़े संघर्ष में हैं।

चार सीटों पर चतुष्कोणीय और 27 पर त्रिकोणीय मुकाबला रहा रोचक

भोपाल. विस चुनाव भाजपा और कांगे्रस के बीच कांटे की टक्कर में आकर फंस गया है। ऐसे में प्रदेश की उन 50 सीटों पर सभी की निगाहें हैं जहां जीत के दावे तो सभी कर रहे हैं। 2013 में इन 50 सीटों में से 34 भाजपा और 15 कांग्रेस के पास थी, एक सीट बसपा के कब्जे में थी। इन सीटों में चार सीटों पर चतुष्कोणीय और 27 पर त्रिकोणीय मुकाबला होने से चुनाव रोचक हो गया है। वहीं 19 सीटें ऐसी हैं जहां कांग्रेस-भाजपा के बीच कांटे की टक्कर है, लेकिन हार-जीता अंदाज लगाना मुश्किल है ।

यह है 50 सीटें

चतुष्कोणीय मुकाबला- अंबाह, भिंड, पथरिया, जबेरा, 
त्रिकोणीय मुकाबला- ग्वालियर ग्रामीण, बमोरी, पृथ्वीपुर, निवाड़ी, खरगापुर, राजनगर, बिजावर, नागौद, अमरपाटन, मउगंज, ब्यौहारी, कोतमा, पुष्पराजगढ़, बरगी, जबलपुर-उत्तर, मुरैना, वारासिवनी, अमरवाड़ा, घोड़ाडोंगरी, बैरसिया, ब्यावरा, राजगढ़, भगवानपुरा, बड़वानी, झाबुआ, मनावर, उज्जैन-उत्तर, सुआसरा।

सीधी लड़ाई, लेकिन कांटे का मुकाबला- श्योपुर, ग्वालियर, चंदेरी, सिंगरौली, जैतपुर, मानपुर, होशंगाबाद, भोजपुर, भोपाल दक्षिण-पश्चिम, आगर, सोनकच्छ, बागली, इंदौर-3, इंदौर-5, महू, बदनावर, बडनगऱ, रतलाम ग्रामीण।

भाजपा और कांग्रेस के 20-20 दिग्गज फंसे चुनावी चक्रव्यूह में

भोपाल. इस बार कई दिग्गजों के सामने कड़ी चुनौती है। भाजपा और कांग्रेस के 20-20 ऐसे दिग्गज नेता हंै जो चुनावी चक्रव्यूह में बुरी तरह से फंस गए हैं। इन सीटों पर परिणाम बहुत कम अंतर से सामने आने की संभावना है। भाजपा के जो दिग्गज फंसे हैं उसमें शिवराज सरकार के 9 मंत्री और विधानसभा अध्यक्ष भी शामिल हैं। उधर कांग्रेस के 7 वर्तमान विधायक भी संकट का सामना कर रहे हैं।

भाजपा-कांग्रेस को पिछले चुनाव में वोट

चुनाव – भाजपा – कांग्रेस
2013 – 1.51 करोड़ – (44.87%) – 1.23 करोड़ – (36.38)
2008 – 94.93 लाख – (37.64%) – 81.70 लाख़ – (32.39)
2003 – 1.08 करोड़ – (42.50%) – 80.59 लाख – (31.61)
1998 – 1.04 करोड़ – (39.03%) – 1.07 करोड़ – (40.63)
1993 – 91.51 लाख – (38.82%) – 96.19 लाख – (40.81)

कांग्रेस : ये दिग्गज फंसे
रामनिवास रावत- विजयपुर
हेमंत कटारे- अटेर
गोविंद सिंह – लहार
लक्ष्मण ङ्क्षसह- चाचौड़ा
सुरेंद्र चौधरी- नरियावली
यादवेंद्र सिंह- टीकमगढ
विक्रम सिंह नातीराजा- राजनगर
राजेंद्र सिंह- अमरपाटन
बिसाहू लाल- अनूपपुर
संजय मसानी- वारासिवनी
एनपी प्रजापति- गोटेगांव
दीपक सक्सेना- छिंदवाड़ा
सरताज सिंह- होशंागबाद
प्रभुराम चौधरी- सांची
पीसी शर्मा- भोपाल द.प.
सज्जन सिंह वर्मा- सोनकच्छ
बाला बच्चन- राजपुर
हीरा अलावा- मनावर
जीतू पटवारी- राउ
नरेंद्र नाहटा- मंदसौर

भाजपा: ये संघर्ष में
रुस्तम सिंह- मुरैना
अरविंद भदौरिया- अटेर
राकेश चौधरी- भिंड
रसाल सिंह- लहार
जयभान सिंह पवैया- ग्वालियर
अनूप मिश्रा- भितरवार
भूपेंद्र ङ्क्षसह – खुरई
ललिता यादव- मलहरा
जयंत मलैया- दमोह
ब्रजेंद्र प्रताप सिंह – पन्ना
नारायण त्रिपाठी- मैहर
राजेंद्र शुक्ला- रीवा
अजय विश्नोई- पाटन

शरद जैन- जबलपुर उ.
जालम सिंह पटेल- नरसिंहपुर
सीतासरन शर्मा- होशंगाबाद
सुरेंद्र पटवा- भोजपुर
उमाशंकर गुप्ता- भोपाल द.प.
अंतरसिंह आर्य- सेंधवा
आकाश विजयवर्गीय- इंदौर 3

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