ग्वालियर। विधानसभा चुनाव 2018 के लिए मतदान 28 नवंबर को होना है। चुनाव के लिए 830 बसों, 62 जिप्सी, 80 टाटा मैजिक वाहनों को 25 नवंबर को जब्त कर लिया जाएगा। इसलिए 4 दिन तक सभी रूटों पर बसों का संचालन ठप रहेगा। स्कूली बसें भी नहीं चलेंगी, आपको खुद ही अपने बच्चों को स्कूल छोड़कर आना होगा।
दिल्ली-मुंबई मार्ग पर हवाई एवं ट्रेन सेवा का विकल्प होगा, जबकि अन्य मार्गों पर ट्रेन सेवा ही सहारा होगी। दिलचस्प बात ये है कि कुछ इलाके ऐसे हैं, जहां पर ट्रेन सेवा उपलब्ध नहीं है। इसलिए इन इलाकों की कनेक्टिविटी चार दिन तक ग्वालियर से कट जाएगी।
विधानसभा चुनाव में वाहनों की डिमांड काफी अधिक है। दतिया, भिंड सहित आसपास के जिलों के लिए वाहनों का इंतजाम भी ग्वालियर परिवहन विभाग को ही करना है। बस ऑपरेटरों को 26 नवंबर तक बसें एमएलबी मैदान में पहुंचाने के लिखित आदेश दिए हैं, लेकिन मौखिक रूप से 25 नवंबर को ही वाहन पहुंचाने की हिदायत दी जा रही है, जिससे अंतिम समय पर व्यवस्था गड़बड़ाए नहीं। बसों के साथ ही टाटा मैजिक एवं जिप्सी का इंतजाम भी करना है, इसके लिए परिवहन और पुलिस बल सड़कों पर उतर चुका है।
टैक्सी कोटे में रजिस्टर्ड छोटे वाहनों, टाटा मैजिक को रोक-रोककर जब्त की जा रही हैं। इसलिए सड़कों से टैक्सियां गायब हो गई है। कुछ ट्रेवल्स एजेंसी संचालक रिस्क उठा रहे हैं तो लोगों से मनमाना किराया भी वसूल रहे हैं।
यहां रखी जाएंगी बसें
ग्वालियर जिले में मतदान दलों को लाने ले जाने में इस्तेमाल होने वाली बसों को एमएलबी मैदान में रखा जाएगा। जबकि अन्य जिलों के लिए जब्त किए जाने वाले वाहनों को एसएएफ मैदान में रखा जा रहा है।
आपको होने वाली परेशानी
सड़क परिवहनः डिमांड के अनुसार बसें उपलब्ध नहीं है, इसलिए स्लीपर बसें भी इस बार अधिग्रहित की गई है। कुछ मार्गों को छोड़ दें तो 90 प्रतिशत बसें चुनाव के लिए जब्त होंगी। 25 से 28 नवंबर तक किसी भी मार्ग पर बसों का संचालन नहीं हो सकेगा।
प्रभावित मार्गः शिवपुरी, गुना, मुरैना, भिंड, दतिया, डबरा, अशोक नगर,हरिद्वार मार्ग काफी हद तक प्रभावित होंगे। इन मार्गों पर चलने वाली लगभग सभी बसें अधिग्रहित होंगी। ऐसे में लोग चार दिन पूरी तरह से ट्रेन यातायात पर निर्भर रहेंगे।
इन मार्गों की कटेगी कनेक्टिविटी
विजयपुर, सेंवढ़ा, लहार, जौरा, कैलारस जैसे इलाकों से कनेक्टिविटी कट जाएगी। क्योंकि यहां पर जाने के लिए सड़क परिवहन के अलावा कोई दूसरा साधन नहीं है। इन मार्गों पर ट्रेन उपलब्ध नहीं है।
बढ़ जाएगी परेशानी
निजी वाहन ही एकमात्र सहारा होंगे। टैक्सी कोटे में रजिस्टर्ड वाहन मिलना मुश्किल होंगे, क्योंकि अधिग्रहण के डर से लोगों ने अभी से वाहन घर में खड़े कर दिए हैं। रिस्क लेने वाले ट्रेवल्स संचालक मनमाना किराया मांग रहे हैं।
वीडियोकोच वाहन भी जब्तः परिवहन विभाग डिमांड पूरी करने के लिए स्लीपर बसों को भी जब्त कर रहा है। इससे दिल्ली, मुंबई, इंदौर, नासिक, गुजरात मार्ग पर चलने वाली बस सेवा भी प्रभावित होगी।
रिजर्वेशन मुश्किल होगाः इन मार्गों पर चलने वाली ट्रेनों में वैसे ही रिजर्वेशन मिलना मुश्किल होता है। ऐसे में 4 दिन स्थिति काफी खराब होने वाली है। स्लीपर जैसी स्थिति जनरल कोच में दिखाई देगी।
लोकल ट्रांसपोर्ट पर असरः टाटा मैजिक की जब्ती की कार्रवाई से लोकल ट्रांसपोर्ट पर भी प्रभाव पड़ेगा। कई मार्गों पर टैम्पो मिलना मुश्किल हो जाएंगे। ऐसे में ऑटो चालकों को फायदा होगा।
स्कूलों में भी होगा छुट्टी जैसा माहौलः 25 नवंबर रविवार को परिवहन विभाग सभी स्कूली बसों को जब्त कर लेगा। इसके बाद यह बसें 28 नवंबर मतदान के बाद ही फ्री हो सकेंगी। ऐसे में 26 एवं 27 नवंबर को आपको अपने बच्चों को खुद ही स्कूल से लाना एवं छोड़ना होगा। इसलिए दो दिन तक स्कूलों में छुट्टी जैसा ही माहौल रहेगा।
ये होगा वैकल्पिक साधन
शिवपुरी मार्गः भोपाल इंटरसिटी, ग्वालियर बीना पैसेंजर, ग्वालियर रतलाम एक्सप्रेस, भिंड कोटा पैसेंजर।
मुरैना मार्गः जीटी एक्सप्रेस, उज्जैनी एक्सप्रेस, श्रीधाम एक्सप्रेस, महाकौशल एक्सप्रेस, सचखंड एक्सप्रेस, उत्कल एक्सप्रेस, मंगला लक्षद्वीप एक्सप्रेस, झांसी आगरा कैंट पैसेंजर, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, झेलम एक्सप्रेस, पंजाब मेल, उदयपुर खजुराहो इंटरसिटी, अंडमान एक्सप्रेस, ताज एक्सप्रेस, ग्वालियर-आगरा कैंट पैसेंजर, शताब्दी एक्सप्रेस, झांसी आगरा कैंट पैसेंजर, अमृतसर एक्सप्रेस, दक्षिण लिंक सुपर फास्ट।
भिंड मार्गः ग्वालियर भिंड पैसेंजर, कोटा भिंड पैसेंजर, इटावा लिंक एक्सप्रेस।
दतिया मार्गः मालवा एक्सप्रेस, दक्षिण एक्सप्रेस, झांसी एक्सप्रेस, हावड़ा चंबल एक्सप्रेस, झांसी लिंक एक्सप्रेस, आगरा कैंट झांसी पैसेंजर, छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस, पंजाब मेल, बरौनी मेल, ताज एक्सप्रेस, हीराकुंड एक्सप्रेस, खजुराहो एक्सप्रेस, झेलम एक्सप्रेस, उत्कल एक्सप्रेस, श्रीधाम एक्सप्रेस, बुंदेलखंड एक्सप्रेस, महाकौशल एक्सप्रेस।
हरिद्वार जाना होगा मुश्किल
हरिद्वार मार्ग के लिए शहर से एक बस चलती है। जबकि ट्रेन भी केवल दो ही उपलब्ध हैं। बस सेवा प्रभावित है, इसलिए उत्कल एक्सप्रेस में पैर रखने की जगह नहीं होगी। उज्जैनी एक्सप्रेस हरिद्वार तो जाती है, लेकिन ट्रेन केवल गुरूवार और शुक्रवार को ही है।
मुंबई-दिल्ली मार्ग पर विकल्प अधिक
मुंबई-दिल्ली मार्ग पर हवाई सेवा के अलावा ट्रेनें भी काफी संख्या में है। इसलिए इन मार्गों पर दिक्कत कम होगी। हालांकि इंदौर मार्ग पर भी हवाई सेवा है, लेकिन ट्रेनों की संख्या कम है। ऐसे में इस मार्ग पर ट्रेनों में लोड काफी बढ़ जाएगा।
प्रभारी आरटीओ रिंकू शर्मा से सीधी बात
सवालः इतनी बड़ी संख्या में बसें अधिग्रहित की जा रही है, इससे लोगों को काफी परेशानी होगी?
जवाबः चुनाव लोकतंत्र का महापर्व है। चुनाव में हर बार ही अधिग्रहण होता है, इसलिए लोग सब समझते हैं। इस बार ग्वालियर के अलावा अन्य जिलों के लिए भी बसों की व्यवस्था करना थी, इसलिए 800 से अधिक अधिग्रहित किया जाना हैं।
सवालः स्कूली बसें 25 से जब्त कर ली जाएंगी, क्या स्कूलों में अवकाश रहेगा?
जवाबः वाहनों का अधिग्रहण करना हमारा काम है। इसके अलावा स्कूलों में अवकाश या क्या वैकल्पिक इंतजाम रहेंगे इस बारे में प्रशासन से बात करें।
सवालः कितने मार्गों पर बसों का संचालन प्रभावित होगा?
जवाबः लगभग सभी मार्गों पर, क्योंकि चुनाव के लिए हमें बड़ी संख्या में वाहनों की जरूरत पड़ेगी। अमृत योजना के तहत चलने वाले वाहनों के अधिग्रहण को लेकर हमें कोई आदेश फिलहाल नहीं मिले हैं।
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