शिवपुरी-राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती 2 अक्टूबर 2019 को शासकीय श्रीमंत माधवराव सिंधिया स्नातकोत्तर महाविद्यालय शिवपुरी में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में नगर पालिका अध्यक्ष श्री मुन्नालाल कुशवाह एवं महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य प्रो महेंद्र कुमार डॉ पद्मा शर्मा डॉ डॉ यू सी गुप्ता प्रो पवन श्रीवास्तव डॉ जीपी शर्मा प्रो पुनीत कुमार श्रीवास्तव डॉ मधुलता जैन डॉ राकेश शाक्य एवं महाविद्यालय परिवार के सभी सदस्य एवं अनेक छात्र छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत महात्मागांधी जी के चित्र पर माल्यार्पण के साथ की गई। गांधी जयंती के अवसर पर मुख्य अतिथि श्री मुन्न लाल कुशवाह जी ने बताया कि हमें महात्मा गांधी जी के आदर्शों को जीवन में सदैव प्रयोग करना चाहिए। हमें सत्य अहिंसा धैर्य एवं क्षमादान को जीवन में अपनाना चाहिए। गांधीजी ने विदेश में रहते हुए भी सत्य अहिंसा को जीवन में अपनाए रखा। बापू के जन्मदिन के अवसर पर प्रभारी प्राचार्य प्रो महेंद्र कुमार ने बताया कि अहिंसा आंदोलन के दम पर देश को आजादी दिलाने वाले बापू आज भी लोगों के दिलों में जिंदा हैं। देश की आजादी के लिए गांधी जी कई बार जेल भी गए थे। गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। महात्मा गांधी लंदन में कानून की पढ़ाई करने और बैरिस्टर बनने के लिए गए थे। उन्होंने लंदन में पढ़ाई कर बैरिस्टर की डिग्री प्राप्त की थी। जब गांधी जी भारत वापस आए तो देश की स्थिति ने उन्हें बहुत प्रभावित किया। जिसके बाद उन्होंने देश की स्वतंत्रता के लिए लंबी लड़ाई लड़ी। गांधी जी के प्रयासों के चलते ही आज हम आजाद है। डॉ यू सी गुप्ता ने महात्मा गांधी जी की पुस्तक सत्य के प्रयोग से छात्र छात्राओं को परिचय कराया तथा बताया कि हमें अपने जीवन में हमेशा सत्य अहिंसा का प्रयोग करना चाहिए। प्रो पुनीत कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि गांधी जी की जीवन यात्रा से हमें यह संदेश मिलता है कि हम हमेशा निर्भय रहें तथा अहिंसा का पालन करें और यदि हमको कभी क्रोध आता भी है तो प्रयास करें वह क्रोध हमारा रचनात्मक रहे। डॉ पद्मा शर्मा ने बताया कि महात्मा गांधी जी के जीवन से हमें मितव्ययिता समय प्रबंधन एवं ईमानदारी की प्रेरणा लेनी चाहिए। प्रो दिग्विजय सिंह सिकरवार ने बताया कि गांधी जी हमें बताते हैं कि हमें मानवता से प्रेम करना चाहिए तथा अपने जीवन में वसुधैव कुटुंबकम का पालन करना चाहिए। महात्मा गांधी जी लाल बहादुर शास्त्री जी जिनका जन्म दिवस आज 2 अक्टूबर को है उनको एक आदर्श मानक नेता मानते थे तथा रविनाथ टैगोर ने गांधीजी को सर्वप्रथम महात्मा कहकर पुकारा था। इस अवसर पर अवस्था लोधी रानी सेन दिव्यांश अग्रवाल रिद्धि जैन एवं सीमा ओझा ने भी विचार व्यक्त किए तथा अमृता गौर ने माटी पुकारे देश पुकारे भजन की प्रस्तुति दी। डॉ रामजी दास राठौर में मंच संचालन करते हुए छात्र छात्राओं को बताया कि गांधी जयंती हर साल 2 अक्टूबर को मनाई जाती है। इस दिन को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। गांधी जी विश्व भर में उनके अहिंसात्मक आंदोलन के लिए जाने जाते हैं और यह दिवस उनके प्रति वैश्विक स्तर पर सम्मान व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है। गांधी जी कहते थे कि अहिंसा एक दर्शन है, एक सिद्धांत है और एक अनुभव है जिसके आधार पर समाज का बेहतर निर्माण करना संभव है।
महात्मा गांधी से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि : महात्मा गांधी लंदन में कानून की पढ़ाई करने और बैरिस्टर बनने के लिये गए थे। उन्होंने लंदन में पढ़ाई कर बैरिस्टर की डिग्री प्राप्त की थी, लेकिन बंबई उच्च न्यायालय में हुई पहली बहस में वे असफल रहे थे। दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल कंपनियों में से एक एप्पल के संस्थापक स्टीव जॉब्स गांधी जी को सम्मान देने के लिए गोल चश्मा पहनते थे। बापू रोज 18 किलोमीटर पैदल चलते थे।
कार्यक्रम के अंत पोस्टर प्रतियोगिता में सोनाली मिहोरिया भूपेंद्र मांझी एवं शिवि गौर तथा चित्रकला प्रतियोगिता में कामना महावीर भूपेंद्र माझी एवं शिवि गौर को मुख्य अतिथि द्वारा शील्ड प्रदान कर सम्मानित किया गया। प्रो.नवल किशोर कार्यक्रम अधिकारी एनएसएस इकाई एक द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया तथा एनएसएस एवं महाविद्यालय के अन्य छात्र-छात्राओं द्वारा महाविद्यालय प्रांगण में स्वच्छता अभियान के तहत साफ सफाई की गई।
