जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से जारी भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी के बीच एक बड़ी खबर आई है। परोक्ष तौर से अमेरिका ने भारत को आगाह किया है कि पाकिस्तानी आतंकवादी भारत में हमला कर सकते हैं। अमेरिका ने कई देशों के उस डर को मंगलवार को सामने रखा कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद, पाकिस्तानी आतंकवादी भारत में आतंकवादी हमलों को अंजाम दे सकते हैं। अमेरिका ने कहा कि अगर पाकिस्तान इन आतंकवादी समूहों को काबू में रखे तो इन हमलों को रोका जा सकता है।
भारत प्रशांत सुरक्षा मामलों के सहायक रक्षा मंत्री रैंडल शाइवर ने वाशिंगटन की जनता से कहा कि कश्मीर पर फैसले के बाद कई को डर है कि आतंकवादी समूह सीमा-पार से हमलों को अंजाम दे सकते हैं। साथ ही उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि चीन इस तरह का कोई संघर्ष चाहेगा या उसका समर्थन करेगा।” शाइवर कश्मीर मुद्दे पर चीन द्वारा पाकिस्तान को समर्थन देने के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
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बता दें कि भारत सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 एवं 35ए के अधिकतर प्रावधानों को गत पांच अगस्त को खत्म कर दिया था।
शाइवर ने कहा, “मुझे लगता है कि यह (कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान को चीन का समर्थन) बहुत हद तक कूटनीतिक एवं राजनीतिक समर्थन है।” पेंटागन के शीर्ष अधिकारी ने कहा, “ उन्होंने (चीन ने) पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर समर्थन दिया है। संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर मुद्दा ले जाया जाए या नहीं, इस संबंध में कुछ चर्चा हुई तो चीन इसका समर्थन करेगा। लेकिन मुझे नहीं लगता कि इससे ज्यादा चीन कुछ करेगा।”
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उन्होंने कहा कि चीन का पाकिस्तान के साथ लंबे समय से संबंध है और उनकी भारत के साथ प्रतिद्वंद्विता बढ़ रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत चीन के साथ स्थिर संबंध चाहता है। विदेश मंत्री एस जयशंकर के मौजूदा दौरे का जिक्र करते हुए शाइवर ने कहा कि अमेरिका उनके साथ विचार-विमर्श कर रहा है।