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Exclusive : नरोत्तम मिश्रा ने कहा- कमलनाथ सरकार तो अपने ही बोझ से गिरने वाली है, हम क्यों कोशिश करें?

कहा- कांग्रेस में बहुत ज्यादा असंतोष है, उसको सोचना चाहिए कि इतनी नाराजगी क्या है कि उनके साथ कोई रहना नहीं चाहता

खास बातें
इस सरकार का भविष्य तो तभी तय हो गया था जब यह बनी थी
हमने कोई ऑपरेशन नहीं किया, कांग्रेस में भगदड़ की स्थिति है
दिग्विजय सिंह आरोप लगाते हैं, प्रमाण नहीं देते
भोपाल: बीजेपी के नेता और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने ‘ऑपरेशन होली’ या ‘ऑपरेशन रंगपंचमी’ के जरिए कांग्रेस के विधायकों को तोड़ने और मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार को गिराने की कोशिश करने के आरोपों से इनकार किया है. उन्होंने NDTV से कहा कि ”होली कब है, यह तो तय है. इनकी (कांग्रेस सरकार) तारीख क्या है यह मैं क्या बता सकता हूं? यह तो अपने बोझ से ही गिरने वाली है. हमें क्यों कोशिश करना, हमें तो भविष्य दिख रहा है.”
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ”मेरे संपर्क में तो सभी विधायक हैं. कांग्रेस में बहुत ज्यादा असंतोष है. यह मैं नहीं कह रहा, उनके मंत्री का ट्वीट कह रहा है. कांग्रेस को सोचना चाहिए कि इतनी नाराजगी क्या है कि इनके साथ कोई रहना नहीं चाहता.”

उन्होंने कहा कि ”कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह आरोप लगाते हैं, प्रमाण नहीं देते. कहते हैं वक्त आने पर दूंगा. होली कब है यह तो तय है. इनकी (कांग्रेस सरकार) तारीख क्या है यह मैं क्या बता सकता हूं? यह तो अपने बोझ से ही गिरने वाली है. हमें क्यों कोशिश करना, हमें तो भविष्य दिख रहा है. सरकार का भविष्य तो तभी तय हो गया था जब यह बनी थी. हमने कोई ऑपरेशन नहीं किया.कांग्रेस में भगदड़ की स्थिति है.”

सूत्रों के मुताबिक ऑपरेशन होली/ऑपरेशन रंगपंचमी की प्लानिंग मध्यप्रदेश के बाहर महीने भर पहले बनी थी. नरोत्तम मिश्रा सहित बीजेपी के कुछ नेताओं ने यह योजना बनाई थी. कांग्रेस सरकार को गिराने की यह तीसरी कोशिश थी. पहले जून-जुलाई 2019 में ग्वालियर-चंबल क्षेत्र से पांच-सात कांग्रेस विधायकों को तोड़ने की कोशिश हुई थी.
कांग्रेस ने पिछले साल बीजेपी की रणनीति नाकाम कर दी थी. जुलाई 2019 में बीजेपी के दो विधायकों नारायण त्रिपाठी और शरद कोल ने एक विधेयक के समर्थन में कांग्रेस के पक्ष में वोट किया था.

एक या दो दिन में बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व से पहले असंतुष्ट विधायकों को मिलाने की थी योजना. बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व से वक्त मिलने से पहले कांग्रेस नेता होटल पहुंच गए. नवंबर 2019 में भी सरकार को गिराने की कोशिश की गई थी लेकिन मालवा-निमाड़ क्षेत्र के वरिष्ठ बीजेपी नेता ने आखिरी वक्त में हाथ खींच लिए थे. योजना राज्य में शिवराज सिंह चौहान और नरोत्तम मिश्रा के नेतृत्व में सरकार बनाने की थी. निर्दलीय और दूसरे विधायकों को बीजेपी को समर्थन देना था. कांग्रेस विधायकों को इस्तीफा देकर उपचुनाव बीजेपी के टिकट पर लड़ाने की थी योजना.

नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि होली कब है, इसकी तारीख तय है. इसकी तारीख मैं कैसे बता दूं. ये सरकार तो अपने अंतर्विरोध से गिरेगी.

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