Madhya Pradesh Government Crisis आनन-फानन में मुख्यमंत्री बैठक खत्म करके निवास के लिए रवाना हो गए, जहां पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पहले से मौजूद थे।
भोपाल। सत्ता पर छाए संकट के बादलों के बीच शुक्रवार को सुबह लगभग पौने 11 बजे हुई कैबिनेट बैठक में सियासी हलचल का तनाव मुख्यमंत्री कमलनाथ से लेकर मंत्रियों के चेहरे पर साफ नजर आया। आमतौर पर बैठक में प्रस्तावों के दौरान सुझाव रखने वाले मंत्री चुपचाप बैठे हुए थे। मुख्यमंत्री भी प्रस्तावों को जल्दी-जल्दी प्रस्तुत करके बैठक खत्म करने को आतुर दिखे। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, आदिम जाति कल्याण मंत्री ओमकार सिंह मरकाम और स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ.प्रभुराम चौधरी ने कुछ सुझाव रखे, जिन पर चर्चा करने की जगह उन्हें टाल दिया गया।
सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट बैठक का माहौल पूर्व की बैठकों से बिलकुल अलग था। करीब 15-20 मिनट के विलंब से बैठक शुरू होने के बाद भी मंत्री बाद में आते रहे। इस दौरान प्रस्तावों पर ज्यादा चर्चा भी नहीं हुई। बजट प्रस्तुतिकरण के दौरान स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ.प्रभुराम चौधरी ने लैपटॉप योजना में दी जा रही राशि का मुद्दा उठाया।
उन्होंने कहा कि अभी योजना में 25 हजार रुपए दे रहे हैं। इस राशि को या तो बढ़ाया जाए या फिर योजना बंद कर दी जाए। इसी तरह आदिम जाति कल्याण मंत्री ओमकार सिंह मरकाम ने भी अपना पक्ष रखा लेकिन मुख्यमंत्री ने दोनों के सुझावों को टालते हुए कहा कि इन पर बाद में चर्चा करेंगे।
वहीं, खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि आप यदि सुनना चाहें तो मैं एक बात कहना चाहता हूं। मुख्यमंत्री की अनुमति मिलने पर उन्होंने कहा कि नगरीय निकाय चुनाव होने वाले हैं। निकायों के पास जो राशि हैं, उससे काम करने की व्यवस्था की जानी चाहिए। इस पर भी मुख्यमंत्री ने सिर्फ इतना कहा कि बाद में देखेंगे। आनन-फानन में मुख्यमंत्री बैठक खत्म करके निवास के लिए रवाना हो गए, जहां पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पहले से मौजूद थे।