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यहां पर सौ से ज्यादा विधायकों पर हार का संकट, भाजपा के लिए बुरी खबर

भोपाल . भाजपा भले ही खुले मंचों से बोल रही हो कि वह मध्यप्रदेश में सत्ता वापसी आसानी से कर लेगी। लेकिन हकीकत इससे अलग है। यहां पर उसके लिए हर नई मुश्किलें खड़ी होती जा रही हैं। पहले खुद के सर्वे और अब दूसरे सर्वे सामने आने के बाद भाजपा अपनी रणनीति पर फिर से विचार करने में जुट गई है। हालांकि भाजपा का दावा है कि उसने इस मुश्किल का हल खोज लिया है।

 

दरअसल, भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती एंटी इनकमबेंसी से निपटना है। इसके लिए उसके रणनीतिकार पूरी ताकत से जुटे हुए हैं। वह तलाश रहे हैं कि आखिर कैसे इस मुश्किल का हल खोजा जाए। उसके बाद जिस तरह की रिपोर्ट आ रही हैं वह भाजपा के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही हैं। यही वजह है कि मुख्यमंत्री को जनआशीर्वाद यात्रा लेकर पब्लिक के बीच में जाना पड़ा है। भाजपा का दावा है कि जनआशीर्वाद यात्रा ने मध्यप्रदेश में भाजपा के पक्ष में माहौल खड़ा किया है।

 

भाजपा से जुड़े सूत्रों की मानें तो भाजपा अपने सौ से ज्यादा विधायकों के टिकट काट सकती है। जिसमें से कुछ की सीटों में फेरबदल भी संभव है। भाजपा की रिपोर्ट में विधायकों के प्रति नाराजगी मिली है। ऐसे में पार्टी एक तीर से दो निशाने साधने की कोशिश कर रही है। एक तो आम लोगों के बीच में संदेश जाएगा कि विधायक का टिकट उनकी नाराजगी के कारण काट दिया है। ऐसे में नए चेहरे पर एंटी इनकमबेंसी का कोई दबाव भी नहीं होगा।

 

इसके साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच में भी संदेश पहुंचाने की कोशिश की जाएगी कि विधायक संगठन के लोगों को साथ लेकर नहीं चल रहा था, इस कारण उसका टिकट काटा गया है। ऐसे में भाजपा पब्लिक और कार्यकर्ता दोनों को साधने की कोशिश में है।

मुश्किलें कांग्रेस के लिए भी कम नहीं
भले ही अभी सर्वे में कांग्रेस के पक्ष में नंबर दिखाई दे रहे हों, लेकिन हकीकत में मुश्किलें कांग्रेस खेमे में सबसे ज्यादा हैं। कांग्रेस अभी तक जमीन पर दिखाई नहीं दे रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक यात्रा के सहारे पूरे प्रदेश का दौरा कर भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने की जोरदार कोशिश की है। जबकि कांग्रेस की ओर से ऐसा कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है। हालांकि कांग्रेस नेताओं का दावा है कि वह लोग भी मुख्यमंत्री के पीछे—पीछे जाकर उनके झूठ को उजागर कर रहे हैं।

कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया का दावा है कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया की जोड़ी को पब्लिक जोरदार समर्थन दे रही है। लोग इस जोड़ी को पसंद कर रहे हैं। यही वजह है कि कमलनाथ और सिंधिया की रैलियों में भीड़ आ रही है। लोग उनकी बात को सुन रहे हैं। उनका दावा है कि कांग्रेस मध्यप्रदेश में 150 से ज्यादा सीटें जीतकर सत्ता में वापसी करेगी। भले ही बावरिया कांग्रेस की वापसी की बात कर रहे हों, लेकिन वह अभी तक यह स्पष्ट नहीं कर पाए हैं कि आखिर मध्यप्रदेश में कांग्रेसियों की गुटबाजी कैसे खत्म होगी।

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