Jan 7, 2025 at 07:10
शिवपुरी
आजीविका मिशन के तहत संचालित स्व सहायता समूह से जुड़कर महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं। सितारा बानो भी आत्मनिर्भर होकर लखपति दीदी बन गई हैं।
ग्राम कुंअरपुर निवासी सितारा बानो किराना की दुकान चलाती हैं। आज किराना दुकान, सिलाई और बकरी पालन आदि उनकी आजीविका का साधन बन गए हैं। इनकी वार्षिक आय अनुमानित 2 लाख 50 हजार रूपए है।
पहले सितारा बानो के पति रहमान शाह दुकान चलाते थे, जिससे परिवार का पालन-पोषण भी ठीक तरह से नहीं हो पाता था। सितारा बानों ने कई बार अपनी दुकान को और अधिक बढाने की सोची, परंतु इतनी पूंजी तो थी नहीं और साहूकारों के ऊंची व्याज दरों से लोन लेने की हिम्मत भी नहीं थी। लेकिन भोले बाबा स्व सहायता समूह का सदस्य बनने पर उनकी इस समस्या का निराकरण हो गया। अपने समूह से किराना की दुकान के लिए 50 हजार रुपए की राशि ली। इस पैसे से सामान खरीद कर ले आयी। धीरे धीरे दुकान की बिक्री बढ़ने लगी। दुकान से होने वाली आय से समूह का समय पर ब्याज सहित किश्त जमा कर देती हैं इससे उन्हें हमेशा समूह से मदद मिलती रहती है। अब उन्हें मजदूरी करने नहीं जाना पडता।
सितारा बानो अभी सोशल ऑडिट का काम भी करती हैं। बकरी पालन से भी आय हो जाती है। उनका कहना है कि अब अपने पति के साथ बराबर से काम करके हम अपने परिवार को बेहतर जीवन स्तर से पा रहे हैं। रहन सहन व खान पान के तरीके में भी बदलाव आया है। सामाजिक स्थिति भी अच्छी हुई है।
ग्राम कुंअरपुर निवासी सितारा बानो किराना की दुकान चलाती हैं। आज किराना दुकान, सिलाई और बकरी पालन आदि उनकी आजीविका का साधन बन गए हैं। इनकी वार्षिक आय अनुमानित 2 लाख 50 हजार रूपए है।
पहले सितारा बानो के पति रहमान शाह दुकान चलाते थे, जिससे परिवार का पालन-पोषण भी ठीक तरह से नहीं हो पाता था। सितारा बानों ने कई बार अपनी दुकान को और अधिक बढाने की सोची, परंतु इतनी पूंजी तो थी नहीं और साहूकारों के ऊंची व्याज दरों से लोन लेने की हिम्मत भी नहीं थी। लेकिन भोले बाबा स्व सहायता समूह का सदस्य बनने पर उनकी इस समस्या का निराकरण हो गया। अपने समूह से किराना की दुकान के लिए 50 हजार रुपए की राशि ली। इस पैसे से सामान खरीद कर ले आयी। धीरे धीरे दुकान की बिक्री बढ़ने लगी। दुकान से होने वाली आय से समूह का समय पर ब्याज सहित किश्त जमा कर देती हैं इससे उन्हें हमेशा समूह से मदद मिलती रहती है। अब उन्हें मजदूरी करने नहीं जाना पडता।
सितारा बानो अभी सोशल ऑडिट का काम भी करती हैं। बकरी पालन से भी आय हो जाती है। उनका कहना है कि अब अपने पति के साथ बराबर से काम करके हम अपने परिवार को बेहतर जीवन स्तर से पा रहे हैं। रहन सहन व खान पान के तरीके में भी बदलाव आया है। सामाजिक स्थिति भी अच्छी हुई है।