कमलनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए शिवराज ने कहा कि 80 लाख किसानों के खाते में दो-दो लाख नहीं डाले गए तो लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश की सरकार ठप कर दूंगा. पहले कलम की ताकत से लोगों के काम करता था, अब मुझे लड़कर जनता के काम कराना पड़ेगा. हार-जीत से फर्क नहीं पड़ता. अगर हम चाहते तो जोड़तोड़ से सरकार बना सकते थे. मैं जब भी प्रदेश में सरकार बनाऊंगा पूरे बहुमत से ही बनाऊंगा.मोदी सरकार के बजट की तारीफ करते हुए शिवराज ने कहा कि यह बजट स्वतंत्र भारत के इतिहास का क्रांतिकारी बजट है. यह देश के विकास और गरीब व मध्यम वर्ग का बजट है. पांच लाख तक की आय पर करने देने से छूट से मध्यम वर्ग को बड़ी राहत मिलेगी. किसानों के खाते में 6000 प्रति वर्ष डलेंगे, असंगठित मजदूर को 3 हजार मासिक पेंशन तक का प्रावधान बजट में किया गया है, जो सराहनीय है. हम लोकसभा चुनाव में पहले से ज्यादा जीते, इसका पूरा प्रयास करेंगे.
फिर छलका शिवराज सिंह चौहान का दर्द, बोले- हमसे क्या भूल हुई ये जो सजा हमको मिली
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पानवाड़ी नगर परिषद में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने मध्य प्रदेश की जनता की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ी. हमसे क्या भूल हुई ये जो सजा हमको मिली.
मध्य प्रदेश की सत्ता से विदाई के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मायूस हैं. शाजापुर जिले के पानवाड़ी नगर परिषद में शुक्रवार रात एक सभा को संबोधित करते शिवराज ने कहा कि हमसे क्या भूल हुई ये जो सजा हमको मिली. इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. लेकिन जीते तो वे भी नहीं है. कब टपक जाए कोई भरोसा नहीं है.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैंने मध्य प्रदेश की जनता की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ी. काला पीपल में भी नर्मदा का पानी लाने की ओर कदम बढ़ाया. फिर हमसे क्या भूल हुई ये जो सजा हमको मिली. इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन जीते तो वे भी नहीं है. कब टपक जाए कोई भरोसा नहीं है. ऐसी लंगड़ी तो हम भी बना लेते, लेकिन हमने तय किया ऐसी लंगड़ी सरकार नहीं बनाएंगे, जब बनाएंगे पूरी बनाएंगे.