कमलनाथ सरकार पर अपनों का हमला! कैबिनेट पर उठ रहे सवाल…
भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस को करीब 15 साल बाद गणतंत्र दिवस पर झंड़ा फहराने का मौका मिला। इस दिन विभिन्न जगहों पर जाकर राज्य सरकार के मंत्रियों ने तिरंगा फहराया। लेकिन इसी बीच सरकार बनने के के पहले गणतंत्र दिवस पर ही कांग्रेस की जमकर किरकिरी हो गई।
वहीं, अब पार्टी के अंदर से ही मुख्यमंत्री कमलनाथ की टीम पर सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं। इसी के चलते कांग्रेस विधायक और दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह की पत्नी रुबीना सिंह ने एमपी की मंत्री इमरती देवी के गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में सीएम के संदेश का सही तरीके से वाचन न कर पाने पर सवाल उठाए। वहीं इसी के साथ मंत्री के चयन पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं।उन्होंने सोशल मीडिया पर मंत्री इमरती देवी का वीडियो शेयर करते हुए सीएम कमलनाथ के मंत्री चयल पर सवाल खड़े करते हुए लिखा है कि हमारे माननीय मंत्री मुख्यमंत्री के संदेश को पढ़ने में दिक्कत का सामना करना पढ़ रहा है जिसे किसी ओर ने पढ़ा। ये कितना शर्मनाक है! मुख्यमंत्री जी क्या यही आपके द्वारा चुने गए मंत्री की विशेषता है।’
भले पूरा संदेश न पढ़ पाने पर इमरती देवी का कहना था कि दो दिन से मेरी तबीयत खराब है, आप जाकर गुलाटी डॉक्टर से पूछिए। जब इमरती देवी से सवाल किया गया कि 4 लाइन जो आपने पढ़ी है उसमें भी उच्चारण की 8 गलतियां हैं, इस पर जवाब देते हुए इमरती देवी ने कहा, ‘चलो हो जाती है कभी-कभी.. कलेक्टर साहब ने तो सही पढ़ दिया।’
कहीं ये दर्द तो नहीं!…
दरअसल, मंत्रिमंडल के चयन से पहले इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह को भी मंत्री बनाया जा सकता था। लेकिन क्षत्रपों के आपसी झगड़ों में उन्हें मंत्री पद नहीं मिला।ऐसे में जानकारों का मानना है कि हो सकता है अपनी नाराजगी जताने का ये ही सबसे सटीक अवसर देखते हुए उनके परिवार की ओर से कमलनाथ पर हमला किया गया हो।ज्ञात हो मंत्री पद के बंटवारे के बाद पार्टी में खुलकर विरोध भीहुआ था। ऐसे में जहां पिछोर से छह बार के विधायक केपी सिंह मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने के चलते उनके समर्थक विरोध में सड़क तक उतर आए थे। वहीं राघौगढ़ में भी लक्ष्मण सिंह के समर्थकों ने जमकर हंगामा किया था। बाद में सबको मनाकर लोकसभा चुनाव तक के लिए शांत रहने के लिए कह दिया गया।अब मौका मिलते ही लक्ष्मण सिंह की पत्नी ने कमलनाथ सरकार पर हमला किया है। उन्होंने उनके पति को दरकिनार करने और जो संदेश नहीं पढ़ पा रहे उनको लेकर तंज कसा है।वहीं जानकारों की मानें तो समय रहते यदि कांग्रेस ने ये स्थिति जो अंदर से विरोध की है, नहीं सुधारी तो उसका हाल भी लोकसभा चुनाव में भाजपा के विधानसभा चुनावों में हुए हाल जैसा ही हो सकता है।