लोकसभा चुनाव जीतने के लिए खास तैयारी कर रही है कांग्रेस, ये होगी रणनीति
भोपालः पंद्रह साल बाद मध्य प्रदेश की सत्ता में वापसी करने वाली कांग्रेस लोकसभा चुनाव को लेकर अपना टारगेट सेट कर चुकी है। इसे लेकर तैयारियां जोरो शोर से शुरु भी कर दी गई हैं। ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस खेमे में कई गोपनीय और छोटी बड़ी बैठकें हो चुकी हैं। इसी सिलसिले में रविवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में खास बैठक होने जा रही है। बैठक में समन्वय समिति के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह के समक्ष लोकसभा चुनाव की तैयारियों और रणनीति को लेकर मंथन होगा। बैठक के लिए पहले ही निर्देश दिए गए थे कि, हर जिले के प्रभारी मंत्रियों को रिपोर्ट कार्ड सौंपने की बात रखी गई है। साथ ही वर्तमान जिलों की स्थिति को लेकर भी चर्चा होगी।
ये होगी रणनीति
बैठक के दौरान चुनाव में लाभ पहुंचाने वाले सभी मुद्दों पर भी खास गौर किया जाएगा। ये भी आंका जाएगा कि, किन मुद्दों को लेकर चुनाव मैदान में उतरना लाभकारी होगा। संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने के लिए क्या जाना चाहिए। साथ ही राहुल-प्रियंका की सभाओं को लेकर भी चर्चा की जाएगी। उन कामों के बारे में भी पूछा जाएगा, उन कार्यों पर खास फोकस होगा, जिनसे लोकसभा चुनाव में पार्टी को फायदा पहुंचेगा।
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करने के लिए क्या जाना चाहिए। बैठकों में प्रशिक्षण सत्रों को लेकर भी कार्यक्रम तय होंगे। इसके अलावा घोषणा पत्र को लेकर भी चर्चा की जा सकती है। खबर है कि इस बार घोषणा पत्र में विधानसभा चुनाव की तरह पार्टी किसानों को फिर बड़ी सौगात दे सकती है। इस बैठक में सीएम कमलनाथ और प्रदेश प्रभारी दीपक बावारिया भी मौजूद रहेंगे। हालांकि सिंधिया इस बैठक में शामिल होंगें या नही यह अब तक साफ नहीं है। बैठक में दिग्विजय के अलावा प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया और सीएम कमलनाथ भी मौजूद रहेंगे।
बीजेपी के किले ध्वस्त करने की रणनीति
मोदी लहर में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस के सभी किले ध्वस्त कर दिए थे। कांग्रेस 29 में से सिर्फ दो सीटों पर सिमट कर रह गई थी। विधानसभा चुनाव में मिली जीत से पार्टी और संगठन का मनोबल बढ़ा है। अब कांग्रेस की निगह भाजपा की उन सीटों पर है जो उसका दुर्ग कही जाती हैं। करीब 10 सीटों पर पार्टी को दो दशकों से जीत नहीं मिली है। इसके लिए लगातार कांग्रेस संघर्ष कर रही है। इन सीटों पर राजधानी भोपाल समेत इंदौर और कई सीटें शामिल हैं। अब ऐसी दस सीटों पर लोकसभा चुनाव जीतने की रणनीति तैयार की है। इस बैठक में भाजपा के कब्जे वाली इन सीटों में सेंध लगाने पर चर्चा की जाएगी। कमलनाथ विधानसभा चुनाव जीतने के बाद अब लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस को अधिका सीटों पर जीत दिलाने और 2014 में अपनी ही सीटों पर दोबारा जीत पाने की योजना पर काम कर रहे हैं। भाजपा के दिग्गज नेताओं को उनके ही गढ़ में घेरने की रणनीति बनाई जा सकती है| पार्टी लम्बे समय से बीजेपी के कब्जे रही सीटों पर दमदार चेहरे तलाश रही है|
इन सीटों पर बीजेपी का राज
भोपाल, इंदौर, विदिशा, दमोह, सागर, भिंड, जबलपुर, सीधी, सतना बैतूल शामिल हैं। इन भी सीटों पर जीत का परचम लहराने के लिए प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया एक बार फिर बैठक लेंगे। वह 27 जनवरी के लोकसभा क्षेत्र के प्रभारियों के साथ बैठक करेंगे। सूत्रों के मुताबिक बावरिया इन सीटों पर जीत की योजना पर चर्चा करेंगे। उनका फोकस भाजपा की सीटों पर अधिक है। वह सभी प्रभारियों से लोकसभा चुनाव से पहले कामकाज की रिपोर्ट लेंगे। फिर ये रिपोर्ट दिल्ली जाएगी।