Breaking News

क्या काग्रेस सरकार गिरना तय निर्दलियों के साथ कुछ कांग्रेस विधायक भी बदल सकते हैं पाला

कर्नाटक में नाटक जारी है। एचडी कुमारस्वामी सरकार से दो निर्दलीय विधायक समर्थन वापस ले चुके हैं। वहीं ऐसी भी खबरें हैं कि कांग्रेस के पांच विधायक पार्टी का दामन छोड़ सकते हैं। इधर, बीजेपी के 104 विधायक गुड़गांव के एक होटल में ठहरे हुए हैं।

हाइलाइट्स

कुमारस्वामी सरकार से 2 निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापसी के बाद दिलचस्प हुई कर्नाटक की सियासत

BJP और कांग्रेस ने अपने-अपने विधायकों को एकजुट करने के लिए क्रमशः गुरुग्राम और मुंबई में ठहराया

सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के कम से कम 5 विधायक दे सकते हैं इस्तीफा, स्पीकर की भूमिका होगी अहम

224 सदस्यों वाली कर्नाटक विधानसभा में बीजेपी के 104 विधायक, कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के 117 MLA

नई दिल्ली/बेंगलुरु 
कर्नाटक की कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार को मंगलवार को तब झटका लगा जब 2 निर्दलीय विधायकों ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया। इससे सरकार को फिलहाल कोई खतरा नहीं है क्योंकि अभी भी उसे 224 सदस्यीय विधानसभा में 117 विधायकों का समर्थन हासिल है। हालांकि, आने वाले दिनों में कांग्रेस के कुछ विधायक बीजेपी के पाले में जा सकते हैं। हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक कांग्रेस के कम से कम 5 विधायक विधानसभा से इस्तीफा दे सकते हैं। 
बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही अपने-अपने विधायकों को विरोधी खेमा में जाने से रोकने के लिए जद्दोजहद कर रही हैं। बीजेपी के विधायक जहां हरियाणा के गुरुग्राम में ठहरे हुए हैं, वहीं कांग्रेस अपने विधायकों को मुंबई के एक होटल में रखी हुई है। इस तरह कर्नाटक का सियासी नाटक दिलचस्प होता जा रहा है। बीजेपी भले ही कुमारस्वामी सरकार को गिराने की कोशिशों से इनकार कर रही है, लेकिन ऐसी अटकलें हैं कि वह कांग्रेस और जेडीएस के कुछ विधायकों को अपने पाले में करके विधानसभा से इस्तीफा दिलाने की कोशिश में है ताकि सूबे में उसकी सरकार बन सके। कर्नाटक के मौजूदा सियासी गणित को समझने के लिए सबसे पहले जरूरी है यह समझना कि सूबे की विधानसभा की मौजूदा सूरत क्या है। 
कर्नाटक विधानसभा में दलगत स्थिति 
विधानसभा में कुल सदस्य- 224 
बहुमत के लिए 113 विधायकों का समर्थन जरूरी 
कांग्रेस-जेडीएस को मिलाकर 117 विधायक 

किसके कितने विधायक 
बीजेपी- 104 
कांग्रेस- 80 
जेडीएस- 37 
बीएसपी- 1 
निर्दलीय- 2 (सरकार से समर्थन वापसी की घोषणा कर चुके हैं) 

विधायकों के इस्तीफे से क्या होगा? 
दलबदल विरोधी कानून की वजह से किसी पार्टी के विधायकों/सांसदों का पाला बदलना पहले के मुकाबले बहुत ही ज्यादा मुश्किल हो गया है। इसके लिए पार्टी के कुल विधायकों/सांसदों के कम से कम 2 तिहाई विधायक/सांसद जरूरी हैं। ऐसे में न बीजेपी द्वारा कांग्रेस के विधायकों को तोड़कर अपनी पार्टी में शामिल कराना संभव दिखता है और न ही कांग्रेस द्वारा बीजेपी के विधायकों को तोड़ना मुमकिन दिख रहा है। यही वजह है कि कर्नाटक में बीजेपी दूसरे दलों के कुछ विधायकों को अपने पाले में खींचकर विधानसभा से उनका इस्तीफा दिलवाना चाहती है। विधायकों के इस्तीफे के साथ विधानसभा की कुल स्ट्रेंथ भी कम होगी और उसी के हिसाब से बहुमत के लिए जरूरी आंकड़ा भी कम होगा। 2 निर्दलीय विधायकों समर्थन वापसी के बाद अगर बीजेपी विरोधियों के 14 विधायकों का इस्तीफा करा लेती हैं तो विधानसभा की कुल संख्या 207 हो जाएगी और इस तरह 104 सदस्यों वाली बीजेपी का बहुमत हो जाएगा। बीजेपी इसी प्लान पर काम करती दिख रही है। 

स्पीकर की भूमिका होगी अहम 
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के कम से कम 5 विधायक आने वाले दिनों में विधानसभा से इस्तीफा दे सकते हैं। हालांकि, ऐसी स्थिति में स्पीकर की भूमिका काफी अहम होगी। स्पीकर कांग्रेस के हैं। स्पीकर विधायकों के इस्तीफे पर अपने फैसले को यह देखने के लिए सुरक्षित रख सकते हैं कि इस्तीफे किसी दबाव या लालच में तो नहीं दिए गए हैं। चूंकि, ऐसी कोई समयसीमा तय नहीं है कि स्पीकर विधायकों का इस्तीफा कितने वक्त में स्वीकार करेंगे, लिहाजा पूरा मामला अनिश्चित काल के लिए लटक सकता है। 

कांग्रेस की रणनीति 
बीजेपी की कोशिशों को नाकाम करने के लिए कांग्रेस पूरी तरह सक्रिय हो चुकी है। पार्टी ने अपने विधायकों को मुंबई के एक होटल में पहुंचा दिया है। इसके पीछे पार्टी की रणनीति विधायकों को एकजुट बनाए रखना और बीजेपी या अन्य की पहुंच से दूर करना है। अगर कुछ विधायक इस्तीफा देते भी हैं तो स्पीकर उन्हें स्वीकार करने के बजाय लंबे वक्त तक लटका सकते हैं। इस तरह संकट की स्थिति में कांग्रेस को उससे निपटने के लिए समय मिल जाएगा। कांग्रेस पलटवार की भी तैयारी में है। वह भी बीजेपी के कुछ विधायकों को अपने पाले में करने और इस्तीफा दिलाने की कोशिश करेगी।

Check Also

अर्थव्यवस्था को पंख लगेंगे आज के बजट से _ धैर्यवर्धन 

🔊 Listen to this शिवपुरी 01/02/2025 अर्थव्यवस्था को पंख लगेंगे आज के बजट से _ …