*रोम जल रहा था और नीरो चैन की बंसी बजा रहा था मध्य प्रदेश की कि आज ऐसी ही हो गई है स्थिति: डॉ मिश्रा*
*मुख्यमंत्री या मंत्री अभी तक किसी किसान के खेत में नहीं गए, मंदसौर और नीमच की बाढ़ आपदा के लिए वर्तमान सरकार है पूरी तरह जिम्मेदार*
भोपाल- मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री दतिया विधायक डॉ नरोत्तम मिश्रा ने भोपाल में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला ।डॉ मिश्र ने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारे ऊपर दोष डालना उनकी अकर्मण्यता छुपाने जैसा है । सरकार अभी तक कितने किसानों के खेतों के बीच में गई है पहले ये बताएं। हम पर दोष न लगाएं।
किसी शायर ने कहा है कि”कभी सूरत बदल गई कभी सीरत बदल गई, वो खुदगर्ज क्या हुए तो नियत बदल गई, अपना कसूर दूसरों केसर डालकर वह सोचते हैं हकीकत बदल गई।
डॉ श्री मिश्रा ने कहा कि यह है स्थिति कांग्रेस सरकार की । प्रदेश का कोई धनी धोरी नही है । चारों तरफ लूट मची है हम क्या कर रहे हैं हम सरकार में नहीं हैं। लेकिन आप क्या कर रहे हो आप सरकार में हो तो पहले आप यह बतायें कि आपने क्या किया, उसका हिसाब दो। आज हमारे नेता खेत खेत पर घूम रहे हैं आपके नेता क्या कर रहे हैं यह जवाब दो। श्री मिश्रा ने कहा किसान की फसल बर्बाद हो गई राज्य सरकार ने क्या किया जवाब देना चाहिए। हम पर तोहमत लगाना उनकी अकर्मण्यता है और कुछ नहीं।
श्री मिश्रा ने कहा कि नीमच ओर मंदसौर की आपदा आसमानी नहीं सुल्तानी है। यह स्थिति शासन और प्रशासन की लापरवाही के कारण बनी है। इनकी गलती से यह समस्या नीमच और मंदसौर में आई है । बांध खोलने का अगस्त और सितंबर , अक्टूबर का अलग-अलग शेडयूल होता है । बांध का जो लेवल था उससे ज्यादा पानी आ गया। देवसर गांव के किसानों नें 1308 ऊंचाई पर अपना 60 ट्राली अनाज रखा था । लेकिन उसको भी बांध का पानी बहा कर ले गया और उनका सारा का सारा अनाज बह गया। यह इस बात का सूचक है कि प्रशासन और शासन की लापरवाही के कारण दोनों जिलों में बाढ़ आई है। इसीलिये ये आपदा आसमानी नहीं सुनतानी है। जो इनकी गलती के चलते आयी है। हुजेरे आला भोपाल में बैठकर बाढ़ की समीक्षा कर रहे हैं। एक भी मंत्री आज तक किसान के खेत के बीच नहीं गया । मुख्यमंत्री स्वयं किसान के खेत के बीच नहीं गए। शासन के लोग जाएंगे मंत्री जाएंगे तभी तो अधिकारी जाएंगे यह नहीं गए तो अधिकारी भी नहीं गए जिसकी परिणिति आपके सामने हैं। किसान के खेत में फसल नष्ट नहीं हुई सड़ गयी है। जिससे बीमारी और महामारी फैलने का अंदेशा है। बारिश के बाद कोई महामारी न इस क्षेत्र में फैल जाए लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है ।प्रदेश में इस वक्त त्राहिमाम त्राहिमाम की स्थिति बनी हुई है। किसान रो रहा है मगर सरकार का हर जिम्मेदार चैन से सो रहा है।