प्रदेश के एक लाख से अधिक शिक्षकों को तीन माह से वेतन नहीं मिलने का मामला विभाग की कमिश्नर के निर्देश पर सुलझ गया है। अब इन्हें रक्षाबंधन के पूर्व एकमुश्त वेतन दिया जाएगा। गुरुवार को लोक शिक्षण संचालनालय की कमिश्नर जयश्री कियावत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में इसके निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। बता दें कि जिन शिक्षकों को वेतन नहीं मिला है, उनमें ज्यादातर प्राथमिक स्कूलों के शिक्षक हैं।
दरअसल, शिक्षकों को वेतन नहीं मिलने के मामले में कमिश्नर लोक शिक्षण संचालनालय जयश्री कियावत ने गुरुवार दोपहर तीन बजे प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारी व जिला कोषालय अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बात की। इस दौरान कोषालय के अधिकारियों ने बजट नहीं मिलने की बात कही। इस पर कमिश्नर ने कहा कि बजट मद में पहुंच जाएगा, आप शिक्षकों के वेतन से संबंधित बिल तैयार रखो और बजट शो करते ही फटाफट बिल लगाने शुरू कर दो।
शाम तक नहीं खुला बजट व बिल वाला मद
इधर, शिक्षकों ने बताया कि गुरुवार दोपहर में कमिश्नर की वीडियो कॉन्फ्रेंस के बाद भी देर शाम तक बजट व बिल लगाने वाला मद नहीं खुला। इस वजह से बिल नहीं लगा सके। उल्लेखनीय है कि वेतन भुगतान का पूरा सिस्टम ऑनलाइन हैं। कोषालय से पहले ऑनलाइन बिल लगते हैं और फिर स्वीकृति के बाद वेतन का आहरण होता है। यह सिस्टम सरकार ने तैयार किया है। इसके बाद भी बिल नहीं लग सके हैं।
यह है मामला
लगभग डेढ़ पहले अध्यापक संवर्ग से अध्यापकों को शिक्षा विभाग में शामिल किया था। इनमें से करीब एक लाख से अधिक शिक्षक ऐसे हैं, जिन्हें अप्रैल, मई, जून का वेतन नहीं मिला है।यदि जुलाई का वेतन भी अगस्त के पहले सप्ताह में नहीं मिलता है तो शिक्षकों के सामने परेशानी खड़ी हो जाएगी। शासकीय अध्यापक संगठन के संयोजक उपेंद्र कौशल ने बताया कि जब भी अधिकारियों से बात की तो उन्होंने बजट नहीं होने का हवाला दिया और कहा कि वित्त विभाग से मांग रहे हैं, अभी तक नहीं मिला है, इसलिए वेतन जारी नहीं कर पा रहे हैं।
कौशल के मुताबिक वित्त विभाग का दावा है कि उन्होंने 27 जुलाई को बजट आवंटित कर दिया था, लेकिन यह बजट कोषालय के अधिकारियों के पास संबंधित मद में नहीं दिख रहा है, इसलिए वेतन के बिल नहीं लग रहे हैं।
इनका कहना है
रक्षाबंधन के पूर्व हमारे शिक्षकों को वेतन नहीं दिया गया तो आंदोलन करेंगे। चाहे उसके नतीजे जो भी हों, क्योंकि अब शिक्षकों को किराना, पेट्रोल, फल-सब्जी व राशन वाले परेशान करने लगे हैं। – उपेंद्र कौशल, प्रदेश संयोजक, शासकीय अध्यापक संगठन मप्र
वीसी में सभी बिंदुओं पर चर्चा हो गई है। बजट भी जारी करवा दिया है। रक्षाबंधन के पहले शिक्षकों को वेतन का भुगतान करवा दिया जाएगा। – जयश्री कियावत, कमिश्नर, लोक शिक्षण संचालनालय