
नई दिल्ली, मंथन न्यूज। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बैठक के दौरान मध्यप्रदश के सीएम कमलनाथ ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफे का प्रस्ताव दिया है। यह खबर सूत्रों के हवाले से आई है। हालांकि इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
शनिवार को कमलनाथ ने कहा था कि विधानसभा चुनावों के बाद मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद मैंने दिसंबर में इस्तीफे की पेशकश की थी लेकिन मुझसे कहा गया कि इसे जारी रखें।
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने के बाद भी 29 से 28 सीटें हार गई थी। केवल छिंदवाड़ा से नकुल नाथ की ही एक सीट जीत सकी थी। वहां पर ज्योतिरादित्य सिंधिया को अध्यक्ष बनाने की मांग उठ रही है।
हालांकि नई दिल्ली में पत्रकारों ने अशोक गहलोत से उनके और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा इस्तीफे की पेशकश किए जाने पर सवाल किए गए तो उन्होंने इससे इनकार नहीं किया। इस दौरान अशोक गहलोत ने साफ कहा कि इस्तीफे की पेशकश आज क्या की, जिस दिन चुनाव के परिणाम आए थे, उस दिन इस्तीफे की पेशकश होती है।
उन्होंने आगे कहा कि चुनी हुई सरकारों को स्थाई रखना होता है। चुनाव के बाद हाईकमान फैसला करता है कि आगे हमें कैसे काम करना है। पूरी वर्किंग कमिटी ने राहुल गांधी को अधिकृत किया है कि वह जो चाहें फैसला करें, पुनर्गठन करें, बदलाव करें, कुछ भी करें और यह फैसला 25 जून को ही हो चुका है।