शिवपुरी पोषण आहार संयंत्र में भ्रष्टाचार का मामला:** कलेक्टर ने जांच दल का किया गठन
Jan 6, 2025 at 11:09
शिवपुरी स्थित पोषण आहार संयंत्र में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के आरोप सामने आए हैं। इस घोटाले में शिकायतें मिली हैं कि लाखों रुपये के पोषण आहार केवल कागजों पर दर्ज किए गए हैं। इसके साथ ही आरोप है कि महिला सुरक्षाकर्मियों के नाम से फर्जी हस्ताक्षर कर किए गए। जब इन महिला सुरक्षाकर्मियों ने विरोध किया, तो उन्हें नौकरी से हटाने की धमकी दी गई।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने एक तीन-सदस्यीय जांच दल का गठन किया है। इस दल में डिप्टी कलेक्टर, महिला बाल विकास के डीपीओ, और SRLM के प्रतिनिधि शामिल हैं। जांच दल ने मामले की गहराई से पड़ताल करने का आश्वासन दिया है।
महिला सुरक्षाकर्मियों ने आरोप लगाया है कि उनकी ड्यूटी खत्म होने के बाद भी उनके नाम से कागजों में वारदाने की गाड़ी आने का विवरण दर्ज किया गया और फर्जी हस्ताक्षर किए गए। जब उन्होंने इस पर आपत्ति जताई, तो उन्हें निलंबित करने की धमकी दी गई।
अनुसंधान के दौरान और भी अनियमितताओं का खुलासा हुआ है, जिसमें बोर्ड अध्यक्ष का बिना चुनाव के बदलाव और CEO युक्ति शमां का मामले में सहयोग न देने जैसी बातें शामिल हैं। कलेक्टर ने बताया कि इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उचित कार्रवाई की जाएगी।
इस पूरे मामले से संबंधित और शिकायतें भी प्राप्त हुई हैं, जिससे यह स्पष्ट है कि शिवपुरी पोषण आहार संयंत्र में चल रहे कार्यों में व्यापक अनियमितताएँ हो सकती हैं। जांच के परिणामों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।