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हमारी आन बान और शान के पर्व गणतंत्र दिवस का खुलेआम मजाक बनाने वाली मध्यप्रदेश कमलनाथ सरकार की महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी आज एसएएफ ग्राउंड ग्वालियर में आयोजित राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्यमंत्री का संदेश जोकि हिन्दी में है,उसे भी नहीं पढ़ पाईं और कलेक्टर को संदेश वाचन का आदेश दे दिया।
मंत्री इमरती देवी की शिक्षा हायर सेकेंडरी बताई जा रही है।यह तथ्य विचारणीय है कि क्या हिन्दी माध्यम से 12 वीं तक पढ़ा व्यक्ति हिन्दी नहीं पढ़ सकता ? आज की इस घटना के बाद प्रदेश में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं,लोगों का तर्क है कि मंत्री इमरती की 12 वीं की अंकसूची निश्चित ही फर्जी है।
लोकतंत्र में चुनाव लड़ने के लिए किसी अंकसूची की आवश्यकता नहीं होती है।परन्तु अपनी फर्जी योग्यता दर्शाने वाले नेता समाज को क्या संदेश देंगे !
क्या इमरती देवी की अंकसूची की जांच नहीं होनी चाहिए ?
आज की घटना पर गौर करें तो पूरा मामला इस प्रकार है।
ग्वालियर एसएएफ ग्राउण्ड में 26 जनवरी के आयोजन के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री संदेश को कार्यक्रम की मुख्य अतिथि महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने बीच में छोड़ा दिया। उन्हें संदेश पढऩे में काफी परेशानी हो रही थी।मंत्री के संदेश को बीच में छोड़ते ही ग्वालियर कलेक्टर भरत यादव ने बाकि का बचा हुआ संदेश पूरा किया। डबरा विधानसभा क्षेत्र से विधायक इमरती देवी 12 वीं पास हैं। लेकिन वह मुख्यमंत्री का संदेश नहीं पढ़ सकीं।
हुआ यूं कि कंपू स्थित एएसएफ ग्राउण्ड पर 26 जनवरी का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में प्रदेश की महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी सुमन उपस्थित थीं। कार्यक्रम के दौरान जब मंत्री ने मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन शुरु तो उन्हें उसे पढऩे में असहजता हुई। वे मुश्किल से संदेश के 50 शब्द ही पढ़ सकीं। जिनमें से कुछ शब्द गलत थे। वे – निमार्ण जैसे मामूली शब्द को भी पढऩे में कई बार रुकीं। जिसके बाद उन्होंने ग्वालियर कलेक्टर भरत यादव से संदेश को पूरा पढऩे को कहा और माइक से दूर जाकर खड़ीं हो गईं। कलेक्टर भरत यादव ने मुख्यमंत्री का संदेश वाचन किया। आपको बता दें कि इमरती देवी 12 वीं पास है और डबरा विधानसभा सीट से लगातार तीन चुनावों में जीत दर्ज कर चुकी हैं।
मानी जाती हैं सिंधिया की खास
इमरती देवी पिछले 3 विधानसभा चुनाव में लगातार डबरा विधानसभा सीट से जीत दर्ज कराती चलीं आ रही हैं। 2018 के चुनावों में उन्होंने रिकॉर्ड जीत दर्ज की है। वर्तमान में वह म.प्र केबिनेट में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय मंत्री हैं। वे कागं्रेस के महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया की खास मानी जाती हैं। म.प्र विधानसभा चुनाव के दौरान सबसे पहले खुले मंच से सिंधिया को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने की मांग इमरती देवी शुरू ने ही उठाई थी मंत्री 12 वीं पास हैं लेकिन फिर भी वह मुख्यमंत्री का संदेश नहीं पढ़ सकीं