भोपाल (स्टेट ब्यूरो)। विधानसभा चुनाव में मिली पराजय के बाद भारतीय जनता पार्टी को एट्रोसिटी एक्ट में संशोधन किए जाने से अगड़ी जातियों के नाराज होने का अहसास हो गया है। इस वजह से भाजपा का एक वर्ग पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को नेता प्रतिपक्ष नहीं बनाना चाहता है।
भाजपा संगठन की मानें तो वह ब्राह्मण वर्ग से किसी नेता को नेता प्रतिपक्ष की कमान सौंपना चाहता है। इस वर्ग में नरोत्तम मिश्रा और गोपाल भार्गव दो बड़े नाम हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भी यही सोच है कि नेता प्रतिपक्ष की कमान अगड़ी जाति को सौंपी जाए।
भाजपा में इन दिनों तूफान के पहले शांति जैसा माहौल है। इसकी वजह है सत्ता से 15 साल बाद हुई विदाई।विधानसभा चुनाव में मिली पराजय के बाद से भाजपा में कोई हलचल नहीं है। एक सप्ताह बीतने के बाद भी भाजपा
विधायक दल की बैठक बुलाए जाने पर कोई चर्चा तक नहीं हुई है। पार्टी सूत्रों की मानें तो नेता प्रतिपक्ष के चयन
में एकमत नहीं होने के कारण विधायक दल की बैठक नहीं बुलाई जा रही है।
पूर्व कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने कुछ दिनों पहले ये बयान दिया था कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को नेता प्रतिपक्ष बनाया जाए। बिसेन के बयान पर चौहान ने सीधे तौर पर तो कुछ नहीं कहा, लेकिन ये इशारा जरूर कर दिया कि वे केंद्र की राजनीति नहीं करना चाहते हैं। आशय साफ है कि वे प्रदेश की राजनीति में सक्रिय रहने के लिए नेता प्रतिपक्ष का पद चाहते हैं।
इधर, पार्टी सूत्रों का कहना है कि नरोत्तम मिश्रा या गोपाल भार्गव में से किसी एक के नाम पर नेता प्रतिपक्ष के लिए मुहर लग सकती है। इसका कारण एट्रोसिटी एक्टको माना जा रहा है। पार्टी का मानना है कि अब तक शहरी और अगड़ी जातियों के वोट भाजपा को मिला करते थे, लेकिन इस चुनाव में वे पार्टी से दूर हो गए। पार्टी सूत्रों की मानें तो चुनावी हार को लेकर अगले महीने 11 जनवरी से होने वाली राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में चर्चा होगी। बीते सप्ताह शिवराज ने आभार यात्रा निकालने का एलान किया था। इसे लेकर भी सियासत गर्माई हुई है। संगठन ने अभी इसकी मंजूरी नहीं दी है।
पदाधिकारियों की बैठक आज
भाजपा के प्रदेश पदाधिकारियों और मोर्चाप्रकोष्ठ के प्रमुखों की बैठक मंगलवार को होगी। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिह भी इसमें शामिल होंगे। पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में उन सीटों पर भी चर्चा किए जाने की संभावना है, जहां पार्टी के प्रत्याशी बहुत कम वोट से हारे हैं।
सशक्त विपक्ष रहेंगे
भाजपा का राष्ट्रीय नेतृत्व इस संबंध में प्रदेश के नेतृत्व से परामर्श कर उचित फैसला करेगा। सभी मिलकर सशक्त
विपक्ष की भूमिका निभाएंगे- डॉ. दीपक विजयवर्गीय, मुख्य प्रवक्ता, भाजपा
