*आटा,दाल,शक्कर,चावल, तेल के दामों की बढ़ोतरी*
*ज़िला प्रशासन को देना होगा ध्यान*
*कालाबाजारी करने वाले के ख़िलाफ़ करनी होगी सख्त कार्यवाही*
*शिवपुरी*- दुनिया में कोविड-19 का क़हर चल रहा है और सभी देशों की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है और सरकारों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंची हुई है और हमारे देश की सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही है कि इस महामारी से निज़ात पाई जाए जिसे चलते देश मे 14 अप्रैल तक लॉकडाउन किया गया है और लोगों के खाने पीने के इंतजाम किए जा रहे है और राशन,फ़ल,सब्जियां और दवाइयों की दुकानें खोलने की अनुमति भी दी गई और ज़िला प्रशासन ने सभी से आग्रह भी किया कि आवश्यक वस्तुओं के दामों में वृद्धि ना करें,फिर भी शिवपुरी के थोक विक्रेता इससे बाज नहीं आ रहे है और मनमाने तरीके से आवश्यक वस्तुओं के दामों में वृद्धि कर दी है और जिले की जनता बच्चों के पेट भरने के लिए महँगा समान ख़रीद रही है।
*आटा,दाल,शक्कर,चावल,तेल के दामों की बढ़ोतरी*
देश में कोरोना के क़हर से पहले सभी आवश्यक वस्तुओं के दाम ठीक थे जैसे ही 14 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा प्रधानमंत्री द्वारा की गई उसके बाद लोगों को घरों में रहना पड़ा और काम पर भी जाना बंद हो गया और लोगों की आर्थिक स्थिति भी कमजोर होने लगी किंतु बच्चों का पेट तो भरना ही अब लोगों को जो आटा कुछ दिन पहले 25 रुपये से 30 रुपये किलो मिलता था वह अब 30 रुपये से 40 रुपये किलो मिल रहा है,जो दाल पहले 80 से 90 रुपये किलो मिल रही थी वह अब 100 रुपये से 120 रुपये किलो मिल रही हैं, चावल वही 30 रुपये किलो वाला अब 40 रुपये,तेल 90 रुपये लीटर वाला अब 120 रुपये लीटर,शक्कर जो कुछ दिन पूर्व 35 रुपये किलो थी जो अब 40 से 45 रुपये किलो मिल रही है।
*ख़रीज दुकानदारों का कहना कि थोक दुकानदार दे रहे है महँगा*
कुछ ख़रीज दुकानदारों से बात हुई तो उनका कहना था कि हमको तो थोक दुकानदारों और आटा मिल वालों द्वारा महँगा समान दिया जा रहा है जिसके कारण ही हमको आम जनता को महँगा बेचना पड़ रहा है।
*ये थोक दुकानदारों और मिल वालो के कारण हुई आवश्यक वस्तुओं के दामों में वृद्धि*
कुछ ख़रीज दुकानदारों ने नाम प्रकाशित ना करने की शर्त पर बताया कि शिवपुरी के महावीर किराना(बतासा गली),राम उद्योग,खण्डेलवाल किराना,बद्री बिट्ठल (तेल शक्कर वाले) व गुना बायपास के पास स्थापित ओद्योगिक क्षेत्र (इंड्रस्ट्री एरिया) में संचालित आटा मिल वालों द्वारा हमको महँगा राशन दिया जा रहा है,जिसके कारण हमकों भी दामों में वृद्धि करनी पड़ी,जब हमकों महँगा समान मिलेगा तो महँगा ही बेचना पड़ेगा।
*सिगरेट और पान मसाला के थोक विक्रेता भी इस लूट में है हिस्सेदार*
दुकानदारों का कहना है कि सिगरेट और पान मसाला के दामों में भी थोक विक्रेताओ ने मूल्यों में वृद्धि की गई है जिसके कारण वह भी महँगी बेची जा रही हैं।
*ज़िला प्रशासन को देना होगा ध्यान*
ज़िला प्रशासन ने थोक विक्रेताओ की मीटिंग कर उन्हें थोक समान उपलब्ध कराने और दामों में वृद्धि ना करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए थे उसके बाद भी यह दूकानदार कालाबाजारी से बाज नहीं आ रहे है।
*जल्द ही करनी होगी इनके खिलाफ आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्यवाही*
एक तरफ़ देश महामारी से जूझ रहा है और लोगों के दो वक़्त की रोटी के लाले पड़े हुये है और जो थोक व्यापारी है वह मौके का फायदा उठाकर आवश्यक वस्तुओं की कालाबाजारी कर रहे है,समय रहते जल्द ही इन पर कार्यवाही नहीं कि गई तो ग़रीब जनता का क्या होगा यह चिंतन का विषय होगा।
*एक तरफ़ उठ रहे हैं समाजसेवा के हाथ दूसरी तरफ उठा रहे मौके का फायदा*
एक तरफ तो कुछ समाजसेवी इस महासंकट की घड़ी में यह सोचकर लोगों की सेवा कर रहे है कि आने वाला समय में क्या होगा ये कहा नहीं जा सकता जितना हो सके सेवा कर लो,वही मुनाफाखोर यह भी नहीं सोच रहे कि उनका आने वाला समय इस महामारी क्या होगा ये उनको भी नहीं पता है फ़िर भी वह मुनाफ़ाखोरी से बाज़ नहीं आ रहे है।
✍🏻 *के.के.दुबे* ✍🏻
*शिवपुरी*