भोपाल. मध्य प्रदेश में स्कूलों में भी ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू हो सकता है. स्कूल शिक्षा विभाग इस पर गंभीरता से विचार कर रहा है. फिलहाल वो पेरेंट्स से सुझाव ले रहा है. उसके बाद फैसला होगा कि स्कूल कब खुलेंगे और कोरोना से बचाव के लिए उसमें क्या व्यवस्था होगी.
एजुकेशन पोर्टल पर मांगे सुझाव
स्कूल शिक्षा विभाग अभिभावकों से फीडबैक ले रहा है. वो पेरेंट्स से सुझाव मांग रहा है कि कोरोना के इस दौर में स्कूल खोले जाएं या नहीं. स्कूल जब खुलें तो बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए क्या उपाय किए जाएं. विभाग ये भी पूछ रहा है कि अभिभावक जुलाई के महीने में अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार हैं या नहीं. एजुकेशन डिपार्टमेंट की इस पहल का अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. पेरेंट्स खूब सलाह और सुझाव दे रहे हैं.
बच्चों की कैसे होगी हिफाज़त
एजुकेशन पोर्टल पर अभिभावक सुझाव देने से ज़्यादा ये सवाल कर रहे हैं कि स्कूलों में बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए क्या इंतज़ाम किए जाएंगे. सुरक्षा इंतजाम पुख्ता होने के बाद ही वे अपने बच्चों को स्कूल भेजेंगे. अभिभावकों की सबसे बड़ी चिंता स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर सामने आ रही है.
ऑड-ईवन फॉर्मूला
स्कूल शिक्षा विभाग ऑड इवन फॉर्मूले के बारे में सोच रहा है. इसमें बारी बारी से एक दिन के अंतर से एक क्लास के 25-25 बच्चों को स्कूल बुलाया जाएगा. एक बेंच पर केवल एक बच्चे को ही बैठाने की तैयारी की जा रही है. एक कक्षा में बच्चों के बीच में 6 फीट की दूरी रखी जाएगी. स्कूलों में बच्चों का मास्क पहनना ज़रूरी होगा और हर क्लास रूम के बाहर बच्चों के लिए सैनेटाइजर रखा जाएगा.
बैठक में तय होगा प्लान
स्कूल शिक्षा विभाग अपने इस फॉर्मूले और अभिभावकों से मिले सुझाव को राज्य शासन को भेजेगा. वहां से मंज़ूरी मिलने के बाद ही स्कूल खुलने पर इस पर अमल होगा. जुलाई या अगस्त में स्कूल खुल सकते हैं. स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ बैठक होगी. बैठक में सीएम स्कूल शिक्षा विभाग के खाका और अभिभावकों से मिले सुझावों पर स्कूल चर्चा होगी. चर्चा के बाद ही स्कूलों में बच्चों को बुलाने पर निर्णय लिया जाएगा