भोपाल। नवदुनिया प्रतिनिधि।प्रदेश के मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों में वॉल्व वाले एन-95 मास्क को पहनने पर रोक लगा दी है। यह आदेश बुधवार को संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं मप्र के आयुक्त ने जारी किए हैं।
आदेश में आयुक्त ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का हवाला देते हुए कहा है कि वाल्व रेस्पीरेटर व एक्सपीरेटरी वाले एन-95 मास्क पहनने वाले लोगों की सुरक्षा तो होती है, लेकिन इन मास्क को पहनने वाले लोगों द्वारा छोड़ी गई सांस व छींक सीधे हवा में मिलती है, जो ठीक नहीं है। माना जा रहा है कि ऐसे लोगों द्वारा छोड़ी गई सांस व छींकें दूसरे लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। इन्हीं तमाम कारणों को देखते हुए शासन द्वारा निर्धारित अन्य मास्क के उपयोग की सलाह दी गई है।
शहर के एमपी नगर जोन-1, काजी कैंप समेत अन्य क्षेत्रों की बिजली सप्लाई गुरुवार को कुछ घंटे बंद रही। बिजली कंपनी से मिली जानकारी के मुताबिक सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक काजी कैंप, ग्रीनपार्क कॉलोनी, कांग्रेस नगर, बागमुगालिया, अरविंद विहार, जाटखेड़ी 16 एकड़, ऐषबाग, जनता क्वाटर, विजय स्तंभ, एमपी नगर जोन-1, अर्जुन नगर, बीडीए ऑफिस, फायर कॉलोनी, सेंट्रल जेल, मौसम केंद्र व अमलतास क्षेत्रों के आसपास बिजली सप्लाई बंद रही।
कर्मचारी संगठनों ने 31 जुलाई को बैठक अहम बैठक
कर्मचारी संगठनों ने 31 जुलाई को अहम बैठक बुलाई है। एक बैठक एक तरह से सरकार को घेरने के मकसद से बुलाई गई है क्योंकि कर्मचारी वेतन नहीं मिलने, एरियर्स का लाभ रोकने, महंगाई भत्ता नहीं देने, सालाना वेतन वृद्घि को काल्पनिक रूप से देने, छठवे वेतनमान के एरियर्स की किष्त रोकने जैसे मुद्दों को लेकर कर्मचारी नाराज है और अंसतोष बढ़ रहा है। यह बैठक दोपहर 1.30 बजे से कर्मचारी भवन के लघुवेतन कर्मचारी संघ के कार्यालय में होगी। इसमें सभी मान्यता प्राप्त संगठनों के पदाधिकारी हिस्सा लेंगे। पदाधिकारियों ने कहा है किवे बैठक में शारीरिक दूरी का पालन करेंगे।
मालगाड़ियों की रफ्तार बढ़ी तो रेलकर्मियों को भी राहत
भोपाल रेल मंडल में बीते साल की तुलना में मालगाड़ी ट्रेनों की रफ्तार बढ़ गई है। इस वजह से रेलकर्मियों को भी सहूलियतें हो रही हैं। अब उन्हें पूर्व की तुलना में 7 से 8 घंटे ही ड्यूटी करनी पड़ रही है। उद्योगपति, व्यापारियों को भी मदद हुई है, क्योंकि उनका सामान समय पर पहुंच रहा है।
रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक इस साल मालगाड़ी, पार्सल ट्रेनें की औसत गति 50.01 किलोमीटर प्रति घंटा रही है जो कि बीते साल औसतन गति 31.04 किलोमीटर प्रति घंटा थी। जिसमें 61 फीसद का सुधार हुआ है। बता दें कि वर्तमान में गिनी-चुनी यात्री ट्रेनें ही चल रही है इसलिए मालगाड़ी, पार्सल ट्रेनों के लिए ज्यादातर समय रेलवे ट्रैक खाली रहता है, इसलिए भी इन ट्रेनों का आवागमन सुचारू रूप से चल रहा है।